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नौकरी के नाम काम पर रखते, फिर ब्रेन वॉश कर सट्टे के व्यापार में करते थे शामिल, पूरे गिरोह का भंडाफोड़

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो सीधे-साधे लोगों को नौकरी का झांसा देकर काम पर रखता था। फिर गिरोह का मास्टरमाइंड धीरे-धीरे उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें अपने ऑनलाइन सट्टे के व्यापार में शामिल कर लेता था। पुलिस इनके पास से करीब 1.5 लाख रुपये 10 मोबाइल, 3 लैपटॉप और 10 बैंक के एटीएम जब्त किए हैं।

पुलिस ने बिलासपुर में ऑनलाइन सट्टा के मुख्य सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, महादेव बुक और अन्ना रेड्डी जैसे ऑनलाइन सट्टा ब्रांच पर काम करने और उगाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

थाना तारबाहर की पुलिस को सूचना मिली थी कि व्हाट्सएप नंबर से ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए प्रमोशन वर्क लिया जा रहा है। बिलासपुर की टीम पहले से ही दिल्ली में मौजूद थी। तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दिल्ली में मौजूद पुलिस टीम ने उत्तम नगर में कार्रवाई की। साथ ही ऑनलाइन सट्टे के मालिक शन्नी पृथ्वानी को गिरफ्तार कर लिया।

इस तरह बेरोजगार युवाओं को बनाते थे निशाना

आरोपी शन्नी ने बताया कि ऑनलाइन सट्टा चलाने के लिए बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाते थे। उनको कंप्यूटर डाटा एंट्री एकाउंटिंग का काम करने के बहाने अपने पास बुलाते थे। इसके बाद सट्टे के काम से अधिक लाभ मिलेगा और अधिक सैलरी देने का लालच देकर अवैध काम में लगा देते थे।

पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी से पूछताछ करने पर पर्दे के पीछे छुपे ऑनलाइन सट्टा का काम करने वाले और भी लोगों के बारे में जानकारी मिल सकती है।

मास्टरमाइंड भोले-भाले लोगों को बनाता था शिकार

पुलिस ने बताया कि जिन आरोपियों को पकड़ा गया है, उनके पिछले आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। इनमें से कुछ तो सीधे-साधे कंप्यूटर के जानकार युवक हैं। उन्हें नौकरी का झांसा देकर काम पर रखा गया था।

इस गिरोह का मास्टरमाइंड शन्नि पृथ्वानी काम का लालच देकर कुछ युवाओं को कंप्यूटर संबंधित काम में लगा दिया था। धीरे-धीरे उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें अपने ऑनलाइन सट्टे के व्यापार में शामिल कर लिया। इन्हीं में से पकड़े गए चार आरोपियों में विनय भगत, रमेश सिंह, महेश्वर भगत और मोंटू रवानी हैं।

 

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