जम्मू-कश्मीर पुंछ में LoC पर भीषण गोलीबारी, सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना ने सोमवार को आतंकवादियों के घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया. बलकोट क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि देखी गई जिसके बाद मुठभेड़ हुई. सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और आतंकवादियों को वापस खदेड़ दिया.
जम्मू-कश्मीर में इन दिनों मौसम का कहर देखने को मिल रहा है. हर तरफ बारिश के कारण जनजीवन अस्त- व्यस्त हो चुका है. दूसरी तरफ इस मौसम का फायदा आतंकी उठाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी तरफ से लगातार घुसपैठ की कोशिश की जा रही है. हालांकि सुरक्षा बलों की तरफ से उनकी हर कोशिश को नाकाम किया जा रहा है. फिलहाल दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है, दूसरी तरफ सेना ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा (Loc) पर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को एक बार फिर नाकाम कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने सोमवार को पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया.
गृह मंत्री के दौरे के बीच घुसपैठ की कोशिश
यह घुसपैठ की कोशिश उस समय हुई जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले महीने हुई भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद की स्थिति का आकलन करने के लिए शीतकालीन राजधानी जम्मू के दौरे पर थे. “सुबह लगभग 5.30 बजे, बालाकोट के सामान्य क्षेत्र में व्हाइट नाइट कोर के जवानों ने नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि देखी थी. सतर्क जवानों ने घुसपैठ की कोशिश को रोकने के लिए तुरंत गोलीबारी शुरू कर दी.”
हाई अलर्ट पर सेना
भारतीय सेना के जवानों सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करके क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए हमारे जवानों की तैनाती और दिशा बदल दी गई है. सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सैनिक अपने-अपने इलाकों में हाई अलर्ट पर हैं.” एक अधिकारी ने बताया कि जब सेना की सर्च ऑपरेशन यूनिट पहले हुई मुठभेड़ स्थल के करीब पहुंचे, तो दोनों पक्षों के बीच फिर से भीषण गोलीबारी शुरू हो गई. अभी भी दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है.
आतंकियों की हर कोशिश हो रही नाकाम
सेना के अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से देश में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. आतंकवादियों की गतिविधि तड़के बालाकोट के डब्बी गांव के पास देखी गई, जिसके बाद पहली मुठभेड़ हुई. उन्होंने बताया कि भारी गोलीबारी का सामना करते हुए, आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन अतिरिक्त बल भेजा गया और पूरे इलाके की घेराबंदी कर गहन तलाशी ली गई. इसके कुछ दिनों पहले ही सेना ने घुसपैठ की कोशिश करने वाले दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था.