Cyber Fraud : ट्रेडिंग के लालच में DSP ने गवाएं सवा करोड़, FIR दर्ज
Cyber Fraud : यह मामला भिलाई परिक्षेत्र का है। शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट कर अधिक लाभ के लालच में सेवानिवृत डीएसपी फंस गए और जमा पूंजी 1करोड़ 29 लाख रुपए गांव बैठे।
Cyber Fraud : यह मामला भिलाई परिक्षेत्र का है। शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट कर अधिक लाभ के लालच में सेवानिवृत डीएसपी फंस गए और जमा पूंजी 1करोड़ 29 लाख रुपए गांव बैठे। पुलिस के अनुसार ठग ने रिटायर्ड डीएसपी को लालच दिखा- बताकर उनके द्वारा इन्वेस्ट की गई पूरी रकम का गबन कर लिया। रिपोर्ट पर भिलाई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है
पदमनाभपुर स्थित आदर्श नगर निवासी सेवानिवृत्त डीएसपी रोहित बघेल (62) ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि सिद्धार्थ सक्सेना नामक व्यक्ति ने उनके(बघेल) मोबाइल पर फोन कर खुद को एआरके टेक्नालॉजी कंपनी का कर्मी बताकर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की सलाह दी। उसने लालच दिखाया कि शेयर में बहुत फायदा है। जिस पर डीएसपी ने उससे समय लिया और लगातार आ रहे फोन से उसके झांसे में आते चल गए। पुलिस ने आगे बताया है कि ठग सिद्धार्थ सक्सेना ने एआरके कंपनी में डी-मेट एकाउंट खुलवाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, ई-मेल आईडी मांगा। जो उन्होंने (बघेल) भेज दिया। ट्रेडिंग करते समय पूरे एकाउंट का कंट्रोल आरोपी (सक्सेना) ने अपने पास रखा। उसने कंपनी हेड रिसर्चर सिंघानिया से बघेल की बात कराई। जिस पर सिंघानिया ने रोहित बघेल से कहा कि एकाउंट में 50 लाख रहेगा तभी शेयर ट्रेडिंग शुरू होगी इससे काम में काम शुरू नहीं होगा। उसने झांसा दिया कि महज तीन- चार माह में 1से 2 करोड रुपए उनके (बघेल) खाते में आ जाएगा। हालांकि उन्हें(बघेल को) कंपनी को अपनी (बघेल )कमाई का 20 प्रतिशत देना होगा। इसके बाद बघेल ने उस डी मेट अकाउंट में रकम ट्रांसफर करना शुरू कर दिया।उसमें विभिन्न बैंको खातों से 1 करोड़ 31 लाख 66 हजार रुपए इन्वेस्ट किया गया। सिद्धार्थ ने बघेल से मार्च के शुरुआत में कहा था कि एक हफ्ते में सेटलमेंट हो जाएगा। पूरी रकम उनके(बघेल) खाते में आ जाएगी। पर जब बघेल जमा किए पैसे और लाभांश मांगने लगा तो सक्सेना, गुप्ता टालमटोल करने लगे। तब जाकर डीएसपी को समझ आया कि उसके साथ धोखा हुआ है।
लाभांश नहीं मिलने पर हुआ ठगी का अहसास
पुलिस ने बताया कि एआरके टेक्नोलॉजी कंपनी के खातों में आखिरी बार 1 मार्च 2024 को 21 लाख 50 हजार रुपये जमा हुए थे. सिद्धार्थ ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सब-सेटलमेंट कर दिया जायेगा और पूरी रकम खाते में जमा कर दी जायेगी. अब जब वह जमा किए गए पैसों पर लाभांश मांगने लगा तो कंपनी के सिद्धार्थ सक्सेना और दलाल राहुल गुप्ता ने मिलकर टालना शुरू कर दिया। तब उसे एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है।