West Bengal: पूर्व जज और BJP उम्मीदवार के बिगड़े बोल, ममता बनर्जी कही ये बात

West Bengal: चुनाव आयोग की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि गंगोपाध्याय का ऐसा बयान जो किसी भी महिला के संबंध में उपयोग किए जाने पर पूरी तरह से निंदनीय है।

West Bengal: कलकत्ता के तमलुक सीट से बीजेपी उम्मीदवार और हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय ने ममता बनर्जी पर आपत्तीजनक टिप्पणी करने के बाद मुश्किल में पड़ गए हैं। दरअसल, चुनाव आयोग ने गंगोपाध्याय के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दी है। अब वह 21 मई की शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे। इसके साथ ही आयोग ने गंगोपाध्याय को अपने सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की भी सख्त चेतावनी दी है।

गंगोपाध्याय ने संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को निशाना बनाया
चुनाव आयोग की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि गंगोपाध्याय का ऐसा बयान जो किसी भी महिला के संबंध में उपयोग किए जाने पर पूरी तरह से निंदनीय है। किसी वरिष्ठ राजनीतिक नेता की बात छोड़िए। एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को निशाना बनाया गया है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

आपकी कीमत क्या है, ममता बनर्जी?
अभिजीत गंगोपाध्याय ने 15 मई को हल्दिया में चुनावी सभा को संबोधित किया था और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी पर विवादित टिप्पणी की थी। अभिजीत को हालिया संदेशखाली स्टिंग का जिक्र करते हुए कहते है कि तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि रेखा पात्रा (बीजेपी की संदेशखाली उम्मीदवार) को 2,000 रुपये में खरीदा गया है। आपकी कीमत क्या है, ममता बनर्जी?

यदि आपको 8 लाख रुपये दिए जाते हैं तो आप एक नौकरी देती हैं। यदि आपको 10 लाख रुपये दिए जाते हैं तो आप एक नौकरी देती हैं। राशन दूसरे देश ले जाया जाता है… क्या आपकी कीमत 10 लाख रुपये है? क्या रेखा पात्रा को खरीदना आसान है, क्योंकि वो गरीब है? अभिजीत ने आगे सवाल किया कि एक महिला दूसरी महिला पर ऐसे आरोप कैसे लगा सकती है। क्या वह (ममता बनर्जी) भी एक महिला हैं?

TMC ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
गंगोपाध्याय की टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस ने नाराजगी जताई और चुनाव आयोग से शिकायत की। एक्स पर पोस्ट में तृणमूल कांग्रेस ने अभिजीत को घोर नारी विरोधी बताया और कहा, बंगाल की माताएं और बहनें यह कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगी। टीएमसी का कहना था कि अभिजीत ने भारत की एकमात्र महिला सीएम ममता बनर्जी पर कथित मूल्य लगाने की कोशिश करके शालीनता की सीमाएं पार कर दी हैं। इसलिए ना सिर्फ उनका, बल्कि बंगाल की सभी महिलाओं का अपमान किया जा रहा है।

बंगाल में इस तरह के घोर स्त्रीद्वेष के लिए कोई जगह नहीं है और नारी-विरोधियों के एजेंटों को हमारी माताएं और बहनें कभी बर्दाश्त नहीं करेंगी। हम उनकी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं और चुनाव आयोग से तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह करते हैं।

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