Wed. Jul 2nd, 2025

बचाव ही अच्छा उपाय हैं

– प्रदेश भर में आई फ्लू फैला, हजारों ग्रसित हैं, प्रदेश में पर्याप्त दवा है शिविर लगने लगे

रायपुर। राजधानी समेत प्रदेश भर में इन दिनों मौसमी नेत्र रोग- यानी आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) फैला हुआ हैं। सरकारी अस्पतालों में पंजीकृत मरीजों की संख्या 20 हजार के करीब शासन ने बताई हैं। जिनमें अगर प्राइवेट अस्पतालों के आई फ्लू मरीज जोड़ दें तो 75 हजार से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं।

शासन आई फ्लू को लेकर गंभीर हो गया हैं। सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने तत्संबंध में उच्च स्तरीय बैठक कर रोकथाम के कड़े निर्देश दिए हैं। जिसमें जोर दिया गया है कि लोगों को जागरूक किया जाए। सुरक्षा उपाय बताएं। आमतौर पर आई फ्लू 3 दिनों में ठीक हो जाता हैं। पर कुछ मामलों में यह 7 दिन तक भी देखा जा रहा हैं। निर्देश दिए गए हैं कि जिन स्कूली बच्चों या कालेज विद्यार्थियों को आई फ्लू हुआ है उन्हें शिक्षण संस्थान आने से रोकें, छुट्टी पर भेजे। उधर स्कूलों में शिविर लगा कर जांच शुरू हो गई हैं। जिसमें 45% बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। इसलिए शासन ने कड़े निर्देश बचाव बावत दिए हैं। बकौल सीएम, डिप्टी सीएम,इस फ्लू को जल्द कंट्रोल किया जाए।

चिकित्सकों के अनुसार बचाव हेतु पहला- भीड़ में जाने से बचे। दूसरा- हाथ मिलाने गले लगने से बचे। नहीं तो हाथ सेनेटाइज करें। तीसरा सबसे सरल उत्तम उपाय आंखों को हाथ लगाने से बचाएं। खुजली हो तो पहले हाथ अच्छी तरह सेनेटराइज कर ले फिर आंखे छुएं। चौथा आई फ्लू हैं तो रंगीन चश्मा पहने। धुंधला दिखे, आंखे न खुले- चिपचिपाए तो डाक्टर से सम्पर्क कर 3 दिन दवा डाले। पांचवा- दूसरे का रुमाल, तौलिया, कपड़े यूज (उपयोग) में न लाए। छठवां आंखों में पानी आए, दर्द उठे या सूजन आए तो डाक्टर से मिले। साफ पानी से आंखे धोते रहें। दरवाजे का हेंडिल, सायकल, वाहन, ताला-चाबी अगर आई फ्लू मरीज छुए तो उसे सेनेटराइज करें। खुद न छुएं।

बताया जा रहा हैं कि उक्त फ्लू प्रदेश के तमाम जिलों, तहसीलों तक पैर पसार चुका हैं। छोटे कस्बे, शहर, गांव बचे हैं। बड़े एवं घने शहरों में ज्यादा फैला हैं। पर आवागमन खुला हैं लिहाजा सावधानी बरते नहीं तो पहुंचने देर नहीं लगेगी। प्रदेश सरकार ने कहा कि आई फ्लू पर पर्याप्त दवा राज्य के पास मौजूद हैं।

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