बस्तर में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़, कार के डूबने से दो बच्चों समेत चार की मौत

सुकमा में मंगलवार को बाढ़ में बहे दो बच्चों समेत चार की मौत हो गई है। दरभा के पास बाढ़ की चपेट में आने से उनकी कार डूब गई थी।
सुकमा- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है। इसी बीच सुकमा जिले में एनएच- 30 पर दरभा के पास मंगलवार को एक कार डूब गई थी। जिसमें सवार चार लोग पानी में बह गए थे। वहीं ड्राइवर तैरकर बाहर आ गया था लेकिन कार सवार अन्य दो बच्चों समेत चार की मौत हो गई है। सभी लोग तमिलनाडु के रहने वाले थे।
दरअसल, बस्तर में पिछले 18 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। मूसलाधार बारिश की वजह से बस्तर में नदी नाले ऊफान पर है। लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के मांदर गांव में अचानक बारिश के पानी ने विक्राल रूप ले लिया। बड़े बहार नाले का जल स्तर इतना बड़ा की मांदर गांव के कई घर पानी में डूब गए हैं। अचानक आई बाढ़ ने लोगों को घरों से निकलने का मौका भी नहीं दिया।
रेस्क्यू अभियान में जुटी SDRF
बाढ़ में लोगों के फंसे होने की जानकारी लगते ही मौके पर स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग की टीम पहुंची। प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाला हुआ है, लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से SDRF की टीम को रेस्क्यू अभियान शुरू करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सांसद कश्यप ने बाढ़ ग्रस्त गांवों का किया दौरा
वहीं बस्तर सांसद महेश कश्यप भी बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि, बस्तर में मूसलाधार बारिश और बाढ़ की स्थिति की जानकारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को दी गई है। बाढ़ ग्रस्त गांवों में मदद पहुंचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।
सीएम साय ने ली जानकारी
प्रदेश के सीएम विष्णुदेव साय ने संभाग के आला- अफसरों से वहां के स्थिति के संबंध में जानकारी ली है। बस्तर में बाढ़ की स्थिति को लेकर सीएम साय का एक ट्वीट भी सामने आया है। बस्तर में बाढ़ की जानकारी मिलने पर आज मैंने राजस्व सचिव श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले व बस्तर संभागायुक्त डोमन सिंह से दूरभाष पर चर्चा की और राहत एवं बचाव कार्य के संबंध में जानकारी ली। राजस्व सचिव ने बताया कि राहत और बचाव कार्य पूरी तत्परता से चल रहे है।
68 से अधिक लोगों को निकाला गया सुरक्षित
सीएम साय ने लिखा- अब तक 68 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। प्रशासन, SDRF व पुलिस बल सराहनीय कार्य कर रहे हैं। जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।मैंने प्रशासनिक अधिकारियों और एसडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रहने और आवश्यकता अनुरूप प्रभावितों को सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।