Flood in Manipur : चक्रवाती तूफ़ान Remal ने मचाई मणिपुर में तबाही, टूटा 9 साल के बाढ़ का रिकॉर्ड

Flood in Manipur : चक्रवाती तूफ़ान रेमल ने मणिपुर में ताबाही मचा दी है। इस तूफ़ान से मणिपुर में हुई बारिश से आई बाढ़ से पिछले 9 साल का रिकॉर्ड टूट गया है।
Flood in Manipur : इंफाल : रेमल चक्रवात के कारण उत्तर पूर्वी राज्यों में हो रही भारी बारिश से मणिपुर में बाढ़ ने कहर बरपाया हुआ है। करीब 50 हजार से ज्यादा लोग दोनों राज्यों में बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पहाड़ी जिले सेनापति में तूफान से जुड़ी घटनाओं के कारण कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। जबकि निचले इलाकों में फंसे लोगों को निकालकर ऊंचे इलाकों में पहुंचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। इससे पहले पूर्वोत्तर क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के प्रभाव से जूझ रहा है, जिसने एक दिन पहले इस क्षेत्र में कहर बरपाया था।
ये हिस्से हैं सबसे ज़्यादा प्रभावित
अधिकारियों से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, सेनापति-थोंगलांग रोड पर भूस्खलन में 34 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और इसी घटना में तीन अन्य घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेनापति नदी में 83 वर्षीय एक महिला डूब गई। वहीं एक 75 वर्षीय व्यक्ति की बुधवार को बारिश के दौरान बिजली के खंभे के संपर्क में आने से करंट लगने से मौत हो गई।
टूटा 9 साल का रिकॉर्ड
अधिकारीयों ने बताया कि हम बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं। बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हमारे अधिकारियों ने अभी तक अपनी रिपोर्ट जमा नहीं की है। हालांकि, यह मणिपुर में 1988 और 2015 के बाद आई सबसे भीषण बाढ़ है। मणिपुर के लगभग सभी जिलों में बाढ़ ने कहर बरपाया है, जिसमें घाटी में इंफाल ईस्ट और पहाड़ियों में तामेंगलोंग सबसे अधिक प्रभावित है।
घरों में घुसा पानी
अधिकारी ने आगे जानकारी इम्फाल नदी के उफनने से कई इलाके जलमग्न हो गए और इंफाल घाटी में सैकड़ों घरों में पानी घुस गया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने पास के सामुदायिक भवनों में शरण ली।
राज्यपाल ने जताया दुःख
मणिपुर में इस घटना के बाद मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि घाटी और पहाड़ी जिलों में घरों और संपत्तियों को हुए नुकसान से वह दुखी हैं।