पति की आंखों के सामने दो कार चालकों ने सड़क पर रौंद डाला हादसे थम नहीं रहे
रिंग रोड के शहर के हिस्से में वाहन रफ्तार 30 -40 किलोमीटर प्रति हो
रायपुर। रिंग रोड नंबर 01 पर शुक्रवार शाम एक हादसे में एक महिला कर्मी की असमय मौत हो गई। घर ले जाने आया पति सड़क के एक छोर पर इंतजार कर रहा था कि उसकी नजरों के सामने पत्नी को दो तेज कार ने एक के बाद एक रौंद डाला।
टाटीबंध स्थित एक प्रसिद्ध स्कूल के पीछे की निवासी महिला डीडी नगर स्थित किसी प्राइवेट संस्थान में नौकरी करती थी। शुक्र को शाम वह अपना काम निपटाकर घर जाने निकली। रोजाना की तरह उसका पति उसे लेने आया रिंग रोड के दूसरी और इंतजार कर रहा था। महिला खाली रोड देख रोजाना की तरह सड़क पार कर रही थी। तभी अचानक में एक कार तेज रफ्तार में पहुंची और महिला सम्हल पाती उसके पूर्व कार चालक ने उसे रौंद डाला। उक्त महिला हादसे से बाद खड़ी नहीं हो पाई थी कि तत्काल दूसरी तेज कार ने भी उसे जोरदार ठोकर मारी। जिससे वह छिटक दूर जा गिरी। महिला का पति यह हादसा देखते रह गया वह तेजी से दौड़ कर बचाने पहुंचा। तब तक देर हो चुकी थी। महज 10 सेकंड के अंदर 2 बार चपेट में आने से महिला बुरी तरह कुचल गई थी। उसे पति एवं राह के आसपास के लोगों ने गाड़ी में तुरंत अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्स्कों ने उसे जांचते ही मृत घोषित कर दिया।
रिंग रोड नंबर -1 बेहद खतरनाक हो चला है। शहर के तकरीबन मध्य से गुजरने वाला यह मार्ग पिछले एक दो बरस में दर्जन भर लोगों की जान ले चुका है तो वही सैकड़ों घायल हो चुके हैं। इतने महत्वपूर्ण- खतरनाक मार्ग पर चार-छह तक ट्रैफिक के जवान नहीं दिखते। जोरा से टाटीबंध तक रिंग रोड नंबर वन का तकरीबन 10-12 किलोमीटर का हिस्सा बेहद खतरनाक जानलेवा सिद्ध हो रहा है। जिस पर ट्रैफिक व्यवस्था पर्याप्त न होने से वाहन अन्धा धुंध दौड़ते जा रहे हैं। जबकि उक्त 12 किलोमीटर हिस्से पर अधिकतम रफ्तार 30- 40 किलोमीटर रखी जानी चाहिए। यातायात विभाग इस हिस्से पर तेज रफ्तार वाहनों को चाहे तो कैमरा लगाकर स्पीडो मीटर लगा पकड़ सकता है। पर ऐसा कुछ प्रयास नहीं किया जाता। इससे अधिक जवान तो शारदा, जय स्तंभ चौक, शारदा चौक, शास्त्री चौक, पर देखे जा सकते हैं। यातायात विभाग सोचे- विचारे कि उक्त घटना के प्रत्यक्षदर्शी पति की क्या दशा हुई होगी। दूसरा भागे दोनों कार चालकों को अब कैसे पकड़ेगी। 3 माह पूर्व नए बस स्टैण्ड भाठागांव टर्मिनल में एक युवक को ऐसे ही हादसों में एक बड़े कारोबारी के बेटे ने नशे में वाहन चलाते हुए रौंद दिया था। जिसकी भी मौत हो गई थी।
(लेखक डॉ. विजय)