किसानों के भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस ने कमर कसी ..!

Announcement of Kisan Andolan Bharat Band

Announcement of Kisan Andolan Bharat Band

पीसीसी का संगठन जिलाध्यक्षों को ततसंदर्भ में पत्र

Kisan Andolan Bharat Band : किसानों यूनियनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर इन दिनों पंजाब, हरियाणा सीमा पर शंभू और दाता सिंह वाला सीमा पर डेरा डाला गया है। वे दिल्ली कूच पर हैं। परंतु हरियाणा, दिल्ली सुरक्षाबल विभिन्न माध्यमों से किसानों को रोके हुए है,तो वहीं प्रदर्शनकारी अवरोधक तोड़ आगे बढ़ने प्रयासरत है। सुरक्षा बल आंसू गैस, रबर की गोलिया, पानी के बौछार, ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागकर प्रदर्शनकारी किसानों को अलग-थलग करने का प्रयास कर रही। इन सबके बीच प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया है।

सरकार की जनविरोधी नीति को लेकर किसानों ने किया भारत बंद का ऐलान

इधर छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस ने किसानों की उक्त घोषणा को हाथों-हाथ लेकर भारत बंद को समर्थन घोषित किया है। उनके नेता दिल्ली पहुंच चुके है। राहुल-खड़गे प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन करने शंभू और दाता सिंह वाला सीमा जाने प्रयासरत हैं। इसके चलते यहां प्रदेश कांग्रेस ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। प्रदेश कांग्रेस समिति ने संगठन के सभी जिला अध्यक्षों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। पत्र में निर्देशित किया गया है कि भारत बंद का समर्थन कर व्यापक प्रचार-प्रसार करें। किसानों के प्रति एकजुटता के साथ भारत बंद का समर्थन कर इसे सफल बनाए। पीसीसी प्रभारी मलकीत सिंह गेंदू ने कहा है कि किसानों यूनियनों का राष्ट्रव्यापी बंद एमएसपी गारंटी, बेरोजगारी और केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर है।

भारत बंद में किसानों को चैंबर ऑफ कॉमर्स का समर्थन नहीं मिला

बहरहाल प्रदेश में सत्ता खोने, भाजपा सरकार के सत्तारूढ़ होने के उपरांत कांग्रेस को पहला मौका प्रदर्शन का मिला है। लिहाजा वह कमर कस रही है जबकि छत्तीसगढ़ के किसान उक्त आंदोलन में शामिल नही है। इतना ही नही गुरुवार पूर्वान्ह-दोपहर तक एक भी गैर राजनैतिक किसान संगठन ने पंजाब के किसानों के भारत बंद का समर्थन नही किया है। और न ही अब तक प्रदर्शन। ऐसे में कांग्रेस का किसान प्रकोष्ठ सक्रिय होगा। देखना दिलचस्प है कि बंद को कांग्रेस का समर्थन क्या रंग लाता है बता दें चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी ततसंबंध कोई विज्ञिप्त जारी नही की है,न ही चैंबर से किसी किसान संघ ने बंद को ले सहयोग मांगा है। उधर व्यापारिक संगठनों की भी प्रतिक्रिया नहीं आई है,ऐसे में देखना होगा कि किसान के भारत बंद व कांग्रेस का उसे खुला समर्थन 16 फरवरी को कितना सफल होता है कांग्रेस इसमें अपना पूरी ऊर्जा झोंक देना चाहेगी। हाल ही में राहुल अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों से गुजरे हैं। तथा अंबिकापुर में यात्रा स्थगित कर दो दिन पूर्व नई दिल्ली रवाना हो गए, जहां वे किसानों की मांग का समर्थन कर आंदोलन में शामिल हो सकते हैं।

(लेखक डा. विजय)

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