Farmer Protest: किसानों ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव, 21 को फिर शुरू होगी दिल्ली कूच

Farmer Protest: एमएसपी कानून सम्बन्धी मामलों पर चौथे दौर की बैठक में सरकार ने किसानों के सामने एक प्रस्ताव रखा था। जिसपर काफी चर्चा करने के बाद अब किसानों ने उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
रविवार को किसानों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच चौथे दौर की बैठक हुयी। इस बैठक में केंद्रीय सरकार के मंत्रियों ने किसानों के सामने एक प्रस्ताव रखा जिसमें 4 और फसलों पर एमएसपी देने को भी सरकार तैयार है। किसानों ने इस प्रस्ताव पर चर्चा करने और अपना जवाब देने के लिए कुछ समय माँगा। जिसपर आज किसानों ने अपना जवाब दे दिया है। किसानों ने सरकार के तरफ से पेश किये गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, और अब वे दोबारा 21 फरवरी को दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं।
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर गुट के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रदेश महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा- केंद्र सरकार की नीयत सही नहीं है। हमने सरकार के समक्ष मांगें रखीं थीं और प्रस्ताव केंद्र ने दिया था। हमें प्रस्ताव मंजूर नहीं है। किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण मार्च करना चाहते हैं। हिंसा का सवाल पहले हरियाणा सरकार से पूछना चाहिए कि उन्होंने हजारों की संख्या में अर्द्धसैनिक बल क्यों तैनात किए हैं।
क्या था सरकार का प्रस्ताव
सरकार ने तीन फसलों- कपास, दलहन और मक्का पर पांच साल तक एमएसपी की गारंटी देने का प्रस्ताव रखा था।
नैफेड व अन्य सरकारी संस्थाएं पांच वर्ष तक उक्त फसलें खरीदेंगी।