छत्तीसगढ़ में बढ़ते जा रहे EYE फ्लू के मरीज, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में आई फ्लू के केस मिलने लगे हैं। स्कूली बच्चे लगातार इसका शिकार हो रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सचेत हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमएचओ को एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में स्वास्थ्य विभाग ने कन्जक्टिवाइटिस से बचने के साथ-साथ उसके इलाज और एहितियात का भी जिक्र किया है।
बारिश, नमी और दूषित जल से कई तरह के बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जिनमें से कुछ आंखों के संक्रमण का कारण बन सकते हैं। बारिश के दिनों में हवा में नमी बढ़ने के कारण वायरस और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है। इससे आंखों में कन्जक्टिवाइटिस, रेडनेस, आई फ्लू आदि की समस्या होने लगती है। कन्जक्टिवाइटिस वायरस और बैक्टीरिया से फैलता है, जिसके चलते यह एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। कन्जक्टिवाइटिस को पिंक आइज की समस्या भी कहा जाता है। ज्यादातर यह समस्या सामान्य इलाज से ही ठीक हो जाती है। इसके गंभीर होने का खतरा कम होता है।
संचालक, महामारी नियंत्रण डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि कन्जक्टिवाइटिस संक्रामक बीमारी है जो सम्पर्क से फैलती है। अतः मरीज को अपनी आंखों को हाथ नहीं लगाने की सलाह दी जाती है। मरीज के उपयोग की चीजों को अलग रखकर इस बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है। संक्रमित आंख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है। यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है।