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करवा चौथ व्रत शुरू; पूरे दिन व्रत रखने के बाद रात में चंद्रमा की पूजा कर विवाहित महिलाएं अपना व्रत खोलेंगी

करवा चौथ व्रत 2023 :

करवा चौथ व्रत 2023 :

करवा चौथ व्रत 2023 : प्रदेश भर में सुहागिन महिलाओं में करवा चौथ व्रत को लेकर उत्साह 

करवा चौथ व्रत 2023 : कार्तिक मास की चतुर्थी पर आज बुधवार को विवाहित महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखेंगी। करवा चौथ व्रत 2023 जो पति के स्वास्थ्य एवं दीर्घायु होने की कामना के साथ रखा जाता है। दिनभर के निर्जला व्रत बाद शाम-रात चांद को छलनी से देख उपवास तोड़ेगी।

आमतौर पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर भारत परिक्षेत्र की महिलाएं करवा चौथ का व्रत अनिवार्यतः रखती है। मान्यता है कि सावित्री देवी एवं पार्वती माता ने क्रमशः पति को पुनः पाने एवं शिव भगवान को प्राप्त करने (विवाह) उक्त व्रत रखा था। इस संदर्भ में विवाहित महिलाएं दिन भर निर्जला उपवास है। उन्होंने सोलह शृंगार कर हाथों में मेहंदी लगाया है। ब्यूटी पार्लरों में भारी भीड़ देखी गई। यह स्थिति राजधानी समेत समूचे प्रदेश में है।

हाट-बाजार में करवा (मिट्टी का कलश) समेत पूजन वास्ते कांसा फूल, दीपक, आरती थाली, प्रसाद, शृंगार का पाउच आदि का जगह-जगह स्टाल दो-तीन दिन से लगा हुआ है। ब्यूटी पार्लरों समेत घर-घर जाकर पेशेवर युवतियां मेहंदी लगा रही है। अलग-अलग डिजाइन वैरायटी लिए हुए। बुधवार रात 8 बजकर 17 मिनट के करीब चंद्रोदय होगा। जिसे व्रती महिलाएं छलनी (छन्नी) से देखेंगी। जिसके बाद विधि विधान पूर्वक चांद को पूजा- जलार्पण कर पति के हाथों पानी ग्रहण कर व्रत खोलेगी।

मौके पर घर में पूरी, हलवा, खीर अन्य पकवान बनाए जाते हैं। आमतौर पर मोहल्ले कालोनी की विवाहित महिलाएं व्रत के दौरान छोटे-मोटे समूह बनाकर विभिन्न घरेलू खेल-खेलकर टाइम पास करती है। उधर पंजाबी सनातन सभा, जोरा में मौके पर विविध-आयोजन कर सामूहिक तौर पर पंजाबी महिलाएं करवा चौथ मना रही है। बताया जाता है कि किन्हीं कारणों से गणेश भगवान ने चांद को कार्तिक मास की तिथि में श्राप दिया था। इसलिए व्रती महिलाएं चांद का दीदार इस तिथि विशेष पर छलनी से करती है। खैर ! जो हो बुधवार को इस व्रत त्यौहार को लेकर समूचे प्रदेश में उत्साह नजर आया।

(लेखक डॉ. विजय )

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