2 महीने के अंदर राजधानी में फिर अतिक्रमणकारियों का कब्जा, यातायात भी प्रभावित..!
रायपुर नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने जिला प्रशासन और यातायात पुलिस के साथ मिलकर तोड़फोड़ की कार्रवाई की थी। बाहरी इलाकों समेत 70 वार्डों से अवैध कब्जा और अतिक्रमण हटाया गया।
रायपुर न्यूज : नगर निगम, जिला प्रशासन एवं यातायात विभाग के संयुक्त सहयोग से करीब 2 माह पूर्व चलाए गए अवैध कब्जा हटाओ एवं प्रमुख मार्गों के फुटपाथों ठेला, खोमचे हटाने के अभियान के ढीले पड़ते ही स्थिति फिर पूर्ववत हो चली है।
विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही राजधानी रायपुर और कुछ अन्य बड़े और मझोले शहरों में अवैध अतिक्रमण हटाने और फुटपाथ खाली कराने का अभियान शुरू कर दिया गया, जिससे अतिक्रमणकारियों में दहशत फैल गई है। लेकिन उक्त संयुक्त अभियान की जनता ने सराहना की। दरअसल, अतिक्रमणकारियों के कारण ट्रैफिक जाम आम हो गया था। यह स्थिति राजधानी के सभी प्रमुख एवं पूरक मार्गों पर थी।
लेकिन विधानसभा चुनाव खत्म होते ही और नतीजे घोषित होने से पहले नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया। बाहरी इलाकों समेत 70 वार्डों से अवैध अतिक्रमण और अतिक्रमण हटाया गया। हजारों लोगों पर कार्रवाई होने से मात्र 8-10 दिनों में ही सड़कें चौड़ी और यातायात के लिए आसान हो गईं।
चुनाव रिजल्ट आते ही भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी हुई। तो उधर संयुक्त अभियान धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा। आज करीब 2 माह बाद उन्हीं सड़कों पर फिर से कब्जा हो गया है। जो कुछ मार्गों पर फुटपाथ में 5 मीटर के अंदर रखकर धंधा पानी करने की छूट दी गई थी वह सड़क फिर पैर पसारने लगी है। फुटपाथ फिर बेजा कब्जा के हवाले है। जो छोटे व्यापारी,खोमचे, ठेले, नुक्कड़ वाले जहां थे वहां फिर लौट चुके है। उनके (अतिक्रमणकरियों) अनुसार अब फिर सब कुछ पूर्ववत हो गया है।
निगम, पुलिस-प्रशासन, यातायात विभाग ने तब हटाए गए लोगों को कही अन्यत्र विस्थापन का आश्वासन दिया था। पर वह भी अटक गया है। उधर ई रिक्शा वाले भी पूर्ववत सड़कों, चौराहों पर वाहन खड़ा कर अघोषित ऑटो स्टैंड बना रखे हैं। जिनसे सड़कों की चौड़ाई आधी रह जा रही है। निगम-पुलिस ने टोल फ्री नंबर देकर अवैध कब्जाधारियों के बारे में सूचना देने कहा था। साथ ही गोपनीयता बनाए रखने की भी बात कही। लेकिन निगम और ट्रैफिक के ढीले रवैये को देखकर जनता भी शिकायत नहीं करती। सब कुछ हमेशा की तरह शुरू हो गया है।