सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़, जवानों ने इलाके की घेराबंदी की

एनकाउंटर उस वक्त शुरु हुआ जब डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम इलाके में सर्चिंग के लिए निकली.
सुकमा: एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले जवानों की माओवादियों से भीषण मुठभेड़ हुई है. एनकाउंटर के बाद जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर सघन सर्चिंग अभियान शुरु कर दिया है. सुकमा पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ सोमवार की सुबह शुरु हुई है. दोनों ओर से अभी भी रुक रुककर फायरिंग जारी है. पुलिस की ओर से कहा गया है कि मुठभेड़ की जगह अभी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है. ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही पूरी जानकारी मुहैया कराई जाएगी.
माओवादियों के साथ एनकाउंटर: मुठभेड़ के दौरान फोर्स की ओर से किए गए जवाबी कार्रवाई में कई नक्सलियों के घायल होने की भी खबर है. जिस जगह पर मुठभेड़ जारी है वहां पर सुबह से गोलियों की आवाज गांव वाले सुन रहे हैं. मुठभेड़ वाली जगह से नक्सली भाग न सकें इसके लिए इलाके की घेराबंदी भी की गई है. जहां पर मुठभेड़ चल रही है वो जंगल से घिरा और पहाड़ का क्षेत्र है.
डीएसपी नक्सल ऑपरेशन मनीष रात्रे ने की मुठभेड़ की पुष्टि: सुकमा के जंगल में चल रही नक्सल मुठभेड़ की पुष्टि खुद डीएसपी नक्सल ऑपरेशन मनीष रात्रे ने की है. डीएसपी ने बताया कि जवान बड़ी बहादुरी के साथ इलाके में डटे हुए हैं. ऑपरेशन जारी है.
नक्सली मना रहे शहीदी सप्ताह: पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों की याद में नक्सली शहीदी सप्ताह बस्तर में मना रहे हैं. सुकमा के जंगल में चल रही मुठभेड़ पर फोर्स के अफसर लगातार नजर बनाए हुए हैं. मुठभेड़ स्थल पर डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम मौजूद है.
क्यों मनाते हैं नक्सली शहीदी सप्ताह: बस्तर में शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सली संगठन अपने कोर एरिया मेंं कार्यक्रम का आयोजन चोरी छिपे करती है. नक्सलियों की नाट्य मंडली टीम कार्यक्रम में अपने संगठन और मारे गए नेताओं का झूठा महिमा मंडन करती है. शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सली अपने मारे गए साथियों की याद में स्मारक बनाते हैं.
इस साल 225 नक्सली हो चुके हैं ढेर: इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में अलग अलग मुठभेड़ों में 225 नक्सली मारे जा चुके हैं. इनमें से 208 बस्तर संभाग में मारे गए, जिसमें बीजापुर, बस्तर, कांकेर, कोनाडागांव, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले शामिल हैं.