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Elon Musk ने ट्रंप को समर्थन के लिए डोनेशन देने की रिपोर्ट को बताया फेक

Elon Musk on donation to Donald Trump: एलन मस्क ने कहा है कि ये सभी खबरें झूठी हैं कि वो डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव अभियान के लिए डोनेशन देने जा रहे हैं।

Elon Musk on donation to Donald Trump: टेस्ला के CEO एलन मस्क ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें दावा किया गया है कि वो पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन करने वाली एक नई सुपर पॉलिटिकल-एक्शन कमेटी (PAC) को हर महीने 45 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने की योजना बना रहे हैं। खुद एलन मस्क ने इस खबर को फर्जी बता दिया है। X पर किए एक पोस्ट में उन्होंने इस रिपोर्ट का खंडन किया है। एलन मस्क ने एक तस्वीर पोस्ट की और इसके कैप्शन में लिखा ‘नकली GUNS’। इस पोस्ट के साथ उन्होंने कई अखबारों की वेबसाइट रिपोर्ट भी साझा की।

बता दें कि एलन मस्क का ये बयान वॉल स्ट्रीट जर्नल की इस रिपोर्ट के बाद ही आया है। जिसमें इस केस से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बताया गया था कि मस्क ने ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन करने वाली एक नई सुपर राजनीतिक-कार्य समिति को हर महीने 45 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने की योजना बनाई है।

इस PAC का गठन जून में ही हुआ है। वर्तमान में एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मस्क की संपत्ति 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया था कि एक फाइलिंग के मुताबिक 30 जून को खत्म हुई 3 महीने की अवधि के लिए अमेरिका PAC का योगदान 8.75 मिलियन अमेरिकी डॉलर था और इसे बढ़ाने के लिए अब एलन मस्क खुद इसमें सहयोग करेंगे।

गौरतलब है कि इससे पहले मार्च में एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि उनका ट्रम्प या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अभियानों के लिए दान देने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि, वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला के CEO हाल के महीनों में डोनाल्ड ट्रम्प के करीब आ गए हैं।

वहीं जब पेंसिल्वेनिया में एक रैली में डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ तो बीते शनिवार को एलन मस्क ने औपचारिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए ट्रम्प के समर्थन की घोषणा कर दी थी।

एक्स पर एक पोस्ट में मस्क ने कहा था कि “मैं राष्ट्रपति ट्रम्प का पूरी तरह से समर्थन करता हूं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं।” बाद की पोस्ट में उन्होंने कहा, “पिछली बार अमेरिका के पास इतना कठिन उम्मीदवार थियोडोर रूज़वेल्ट था।”

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