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झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर ईडी ने मारा छापा

ईडी से जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौतरफा बढ़ते दबाव के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब 40 घंटे तक गायब रहे।

झारखंड न्यूज : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौतरफा घिरते जा रहे एवं बढ़ते दबाव के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब 40 घंटे गायब रहे। जिसके बाद मंगलवार को रांची पहुंचे एवं सुबह ही झामुमो और सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुई। जिसके बाद से कयास लगाया जा रहा है कि विपरीत परिस्थितियों में हेमंत अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री पद सौंप सकते हैं।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन दोबारा समन भेजा

गौरतलब हो कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन अरसे से फंसते- बचते आ रहे हैं। ईडी ने ततसंदर्भ में उनसे 29 या 31 जनवरी को अपनी उपलब्धता के बारे में बताने कहा था। इसके पूर्व ईडी ने 20 जनवरी को करीब 7 घंटे सोरेन से पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें पूछताछ हेतु दोबारा समन भेजा गया है।

ईडी ने दिल्ली स्थित आवास पर छापा मारा

बहरहाल 29-30 जनवरी को 40 घंटे गायब रहे सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ढूंढते रही। रांची से दिल्ली तक उनका कोई अता- पता नही था। दिल्ली स्थित आवास पर ईडी पूछताछ करने 29 को पहुंची थी। एजेंसी में 13 घंटे इंतजार किया था। पर वे उपलब्ध नही हुए। तब बाद में ईडी ने उनकी बीएमडब्ल्यू गाड़ी कुछ दस्तावेज और 36 लख रुपए की नगदी जब्त कर लौट गई। इस बीच ईडी संभावित ठिकानों पर दबिश देती रही। पर सोरेन नहीं मिले। इधर रांची लौटने के बाद 30 जनवरी को हेमंत अपने पिता शिबू सोरेन से मिलने उनके आवास पहुंचे। जिसके बाद पत्रकारों द्वारा उनके गायब होने के सवालों पर हेमंत ने कहा मैं आपके और राज्य की जनता के दिलों में रहता हूं। उन्होंने ईडी भी ओर जारी समन को राजनीति से प्रेरित बताया। साथ ही कहा कि राज्य सरकार को तंग करने के लिए केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि ईडी उनका बयान दर्ज करने पर जिस तरह जोर दे रही है उसमें दुर्भावना की गंध आ रही है। हालांकि कहा कि बुधवार 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे रांची आवास में ईडी से मिलूंगा। इधर बुधवार को ईडी (टीवी चैनल) पूछताछ करके उनके आवास से दोपहर 1 बजे से पहले निकल गई है। उधर रांची ने निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। सीएम आवास, राजभवन, ईडी दफ्तर के 100 मीटर के दायरे में सुबह 10 से रात 10 बजे तक के बीच निषेधाज्ञा लागू की गई है। संबंधित इलाकों में प्रदर्शन, रैली, बैठकों पर रोक रहेगी। लोगों को एकत्र नही होने दिया जा रहा है। कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। राज्यपाल ने सियासी हलचल के मध्य मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत शीर्ष अधिकारियों को तलब किया एवं प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया कहा जा रहा है कि उधर हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी की स्थिति बनने पर पत्नी को सीएम पद दिलाने दस्तावेज तैयार कर लिए है। विधायकों, समर्थक दलों से कागजातों पर दस्तखत करा लिए गए हैं।

ईडी की पूछताछ से इतने परेशान क्यों हैं सीएम हेमंत सोरेन?

बहरहाल, सीएम हेमंत सोरेन ईडी की पूछताछ से इतने चिंतित क्यों हैं? उन्हें वाकई लगता है कि मामला राजनीति से प्रेरित है इसलिए इस स्थिति से लड़ना चाहिए। यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि लापता होने के दौरान वह कहां गए थे। फिर गिरफ्तारी के डर से पत्नी को मुख्यमंत्री पद के लिए नामांकित करने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाना एक तरह से परिवारवाद को समर्थन देना है। क्या पार्टी में कोई और भरोसेमंद नहीं है? जिन्हें विपरीत परिस्थितियों में कुछ दिनों के लिए सीएम बनाया जा सकता है। या फिर अपनी ही पार्टी के लोगों पर भी भरोसा नहीं रहा। बहरहाल, झारखंड में विरोधी खेमों के बीच चर्चा है कि ऊंट पहाड़ के नीचे आ रहा है..!

(लेखक डा. विजय)

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