Shardiya Navratri 2023 : शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से प्रारंभ, दुर्गात्स्व नजदीक पंडाल सजने लगे

Shardiya Navratri 2023 :
Shardiya Navratri 2023 : दुर्गात्स्व पर प्रदेश भर में मूर्तिकार दिन रात एक किए हुए।
Shardiya Navratri 2023 : रायपुर। राजधानी समेत प्रदेश भर में दुर्गात्सव समितियां उत्सव के Shardiya Navratri 2023 मददेनजर तैयारी में जुट गई है। इस वक्त पंडाल बनाने का काम शुरू हो गया हैं।
प्रदेश में रास गरबा के साथ दुर्गात्स्व की धूम
शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है। इसके ठीक पूर्व यानी 14 अक्टूबर को पितरों की विदाई के साथ पितृपक्ष का समापन होगा। 9 दिन के दुर्गात्सव पर कलाकार, मूर्तिकार दुर्गा मां की प्रतिमाओं को आकार देने में सपरिवार जुटे हुए हैं। इस बार बड़ी- वृहद आकार की प्रतिमाएं विराजी जाएगी। राजधानी समेत, मंदिर हसौद, माना बस्ती, आरंग, महासमुंद, धमतरी, कांकेर, बस्तर, नारायणपुर, दुर्ग-भिलाई, नंदगांव, खैरागढ़, कवर्धा, बिलासपुर, भाटापारा, बलौदा बाजार, रायगढ़, सरगुजा, अंबिकापुर आदि स्थानों पर मूर्तिकार दिन-रात काम में भिड़े हुए हैं। ज्यादातर ऑर्डर 2-3 माह पूर्व ही मिल गए थे। नए आर्डर अब नहीं ले रहे हैं। दूसरि ओर छत्तीसगढ़ के बाहर से भी प्रतिमाएं कुछ समितियां मांगती हैं 20- 25 हजार से लेकर 5 लाख तक की प्रतिमाओं के आर्डर हैं। मूर्तिकारों के मुताबिक सामग्रियों का दाम बढ़ने से मूर्तियों की दर बढ़ी है।
अन्य राज्यों के श्रमिक पंडाल खड़ा करने दिन-रात काम में जुटे
इधर समितियाें के पदाधिकारी अभी से पंडाल खड़ा करवाने जुट गए हैं। बंगाल, सरगुजा, दुर्ग-भिलाई, रायपुर, झारखंड, उड़ीसा, महाराष्ट्र आदि राज्यों के कलाकार, श्रमिक पंडाल खड़ा करने में दिन-रात काम कर रहे हैं।
गीत-संगीत, आर्केस्ट्रा, कवि सम्मेलन आदि का आयोजन समितियां करवा रही है
दुर्गात्सव शुरू होते तक मानसून तकरीबन बीत चुका होगा। बावजूद एहतियातन वाटर प्रूफ पंडाल खड़ा किया जा रहा है। इस दफे गीत-संगीत, आर्केस्ट्रा, कवि सम्मेलन आदि का आयोजन समितियां करवा रही है। राज्य में विधानसभा चुनाव करीब है। संभावित उम्मीदवार एवं घोषित होने वाले प्रत्याशी से अच्छा चंदा वसूलने की अंदर की खबर है। उधर जल्द ही साज-सजावट एवं पूजा सामग्रियों के स्टाल भी लग जायेगे। राज्य का वातावरण चुनावी के साथ-साथ धार्मिक भी रहेगा।
(लेखक डॉ. विजय )