Diarrhea Treatment: बरसात के मौसम में बढ़ जाती है डायरिया की समस्या, जानिए लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

Diarrhea Treatment:

Diarrhea Treatment: डायरिया होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए,अगर डायरिया की समस्या को हल्के में लिया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकती है।

Diarrhea Treatment रायपुर। बरसात के मौसम में गंदे पानी और दूषित खानपान के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को डायरिया की समस्या हो रही है। डायरिया होने पर शरीर का खास ख्याल रखना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायरिया की समस्या को अगर हल्के में लिया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। यहां जानिए डायरिया के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके।

डायरिया क्या है कैसे होता है?

डायरिया पाचन तंत्र से जुड़ा एक विकार है, जिसमें व्यक्ति को एक से अधिक बार शौच जाना पड़ता है और मल पानी जैसा पतला होता है। डायरिया मुख्य रूप से रोटावायरस या साल्मोनेला या ई. कोली जैसे बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। बरसात के मौसम में बच्चों में डायरिया की समस्या बढ़ जाती है। यह गंदे पानी, स्ट्रीट फूड और आंतों में सूजन के कारण हो सकता है।

डायरिया के लक्षण

दस्त के कारण बार-बार मल त्याग, पानी जैसा मल, मतली, पेट में ऐंठन, मुंह में सूखापन, कम या बिल्कुल भी पेशाब न आना, कमज़ोरी, थकान और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर शरीर में बार-बार मल त्याग के साथ-साथ ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डायरिया की वजह से पानी जैसा दस्त होता है।

डायरिया से बचाव कैसे करें?

बरसात के मौसम में डायरिया से बचने के लिए खाना बनाने और खाने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से 20 सेकंड तक धोएं। बासी खाना खाने से बचें और कच्ची सब्जियों को पकाने से पहले अच्छी तरह धो लें। डायरिया के संक्रमण से बचने के लिए बरसात के मौसम में स्ट्रीट फूड न खाएं। जब भी घर से बाहर जाएं तो पीने का पानी साथ रखें या बाहर से बोतलबंद पानी खरीदकर पीएं।

ओआरएस यानी ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन लें।
केला खाने से पेट में ऐंठन और दस्त से राहत मिलती है।
दही स्वस्थ पेट के लिए रोजाना दही का सेवन करें,पानी खूब पिएं, नारियल पानी, पतली खिचड़ी का सेवन करें।

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