गणेशोत्स्व करीब आर्केस्ट्रा, कव्वाली, रामायण पाठ गीत-संगीत हेतु पूर्व बुकिंग

कलाकार 15 दिनों से रिहर्सल में जुटे, भारी डिमांड के चलते कार्यक्रम शुल्क बढ़ा
समितियां मान- मन्नौवल में जुटी
रायपुर। गणेशोत्स्व पर्व कुछ ही दिन बाद शुरू होने को है। कुम्हार, मूर्तिकार, जहां प्रतिमाओं को फाइनल टच देने में जुटे हैं तो वहीं समितियां तैयारी में भिड़ी हैं। इस बीच वे आर्केस्ट्रा पर्टियों, कव्वालियों, रामायण पाठ, विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु संबंधित पक्षों से चर्चा कर उन्हें एडवांस भी देने लगी हैं। तमाम मनोरंजन पार्टियां की बुकिंग15 दिनों से शुरू हो गई है।
राजधानी समेत प्रदेश के ज्यादातर बड़े-शहरों क्रमशः रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, सरगुजा, रायगढ़, जगदलपुर, धमतरी, मनेंद्रगढ़, अंबिकापुर, रामानुजगंज, चिरमिरी, नांदगांव, खैरागढ़, डोगरगढ़, बेमेतरा, बालोद, कवर्धा, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, महासमुंद, गरियाबंद, राजिम, अभनपुर, भाटापारा, बलौदा बाजार, गंडई, छुईखदान,फिंगेश्वर,आरंग,सिमगा,धमधा, नागपुरा,मानपुर, खरसिया, चौकी,अम्बागढ़,आदि जगहों की गणेशोत्स्व समितियां आर्केस्ट्रा, कव्वाली, रामायण पाठ, डांस, गीत-संगीत आदि मनोरंजन कार्यक्रम रख रहीं है। जिन्होंने एहतियातन एडवांस बुकिंग इस वास्ते करा ली है।
चर्चा है कि कार्यक्रमानुसार टीम के सदस्य संख्या मुताबिक संस्थाएं 15-20 हजार से लेकर 4-5 लाख रुपए तक एक कार्यक्रम का लेती हैं। आने-जाने का खर्च तथा भोजन-पानी का खर्चा भी समितियों को वहन करना होता है। इन सबके बावजूद कार्यक्रम बुकिंग के लिए मान-मनौव्वल हेतु 2-4 चक्कर भी लगाने पड़ते हैं। स्टेज खर्च अलग रहता है।
बहरहाल उपरोक्त कार्यक्रम देने वाली संस्थाओं के सदस्य (कलाकार) पिछले हफ्ते 15 दिनों से रिहर्सल में जुट गए हैं। वे रोजाना 4-5 घण्टे रिहर्सल (अभ्यास) कर रखें हैं। पूरे 11 दिन हेतु बुकिंग यत्र-तत्र रहती है। कोशिश इनकी लगे हुए शहरों में कार्यक्रम दें। इससे वे एक बार निकल कर क्रमशः आगे बढ़ते हैं। संस्थाएं रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, धमतरी, जगदलपुर, रायगढ़, नंदगांव की ज्यादा हैं। एक टीम में 7-8 से लेकर 12-15 कलाकार रहते हैं।
(लेखक डॉ. विजय)