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Cyber Crime: रायपुर AIIMS के इलेक्ट्रीशियन से 11 लाख की ऑनलाइन ठगी, केस दर्ज

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Cyber Crime: सरस्वती नगर पुलिस थाने ने बताया है कि अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर में बतौर इलेक्ट्रीशियन कार्यरत लिलेश साहू के पास एक टेलीग्राम मैसेज आया।

Cyber Crime रायपुर। आए दिन साइबर ठगों द्वारा ठगी की खबरें आते रहने के बावजूद लोग झांसे में आकर शिकार हो रहे हैं। पैसों के लालच ही कहें या कथित शॉर्टकट तरीके से लाखों कमाने की चाह कि पढ़े-लिखे, नौकरी पेशा वाले ज्यादा शिकार बन रहे हैं।

सरस्वती नगर पुलिस थाने ने बताया है कि अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर में बतौर इलेक्ट्रीशियन कार्यरत लिलेश साहू के पास एक टेलीग्राम मैसेज आया। जिसमें ऑनलाइन जॉब करके लाखों रुपए कमाने की जानकारी दी गई। लिलेश जल्द,शॉर्टकट तरीके से पैसा कमाने की चाह टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ गया। लिलेश से कहा गया 10 हजार रुपए का प्रोडक्ट खरीदने पर है। फिर उसका 33 फीडबैक देना है। इसके बदले में कमीशन और बोनस मिलेगा लिलेश तैयार हो गया।

फिर उसे दूसरे ग्रुप से जोड़ा गया फिर 10 हजार रुपए खाता में डलवाया गया। बाद में उसके खाते में 12,286 रुपए भेजा गया। फिर 10 हजार जमा तो वह माइनस 11530 रुपए हो गया। फिर 21हजार 530 रुपए जमा किया तो उनके खाते में वापस 24हजार 811 रुपए आया। फिर लिलेश ने 50हजार जमा किया तो 71 हजार 237 रुपए लिलेश को मिला। लालच में पड़कर लिलेश ने 71 हजार रुपए जमा किया तो बाद में एक 1 लाख 54 हजार 120 जमा किया। इस तरह लिलेश ने अलग-अलग दिन साइबर ठगों ने खातों में 10 लाख रुपए जमा कर दिया। उसका बोनस और कमीशन मिलाकर 18 लाख 91 हजार 300 लिलेश को मिलना था। उसने 33 फीडबैक पूरा किया।

पुलिस के अनुसार एम्स जैसे प्रतिष्ठित केंद्रीय संस्थान में कार्यरत लिलेश ने 2 लाख खुद बाकी 8 लाख रुपए उधारी, कर्ज लेकर ठगों को दिया। इस तरह 11 लाख रुपए से ज्यादा दे चुका है। बहरहाल लालच, शॉर्टकट, घर बैठे लाखों कमाने के चक्कर में लिलेश न केवल खुद का बैंक बैलेंस नील कर चुका है। वही 8 लाख की उधारी ले बैठा है।

दरअसल, ठगों ने हर दिन रिव्यू देने और टारगेट पूरा करने पर पैसा खाते में आने की बात कही। उनकी बातों में आकर इलेक्ट्रीशियन ने उनके बताए खाते में पैसा जमा कर दिया। पैसा जमा करने के बाद इलेक्ट्रीशियन को आईडी मिली और उसमें उसकी तरफ से जमा अमाउंट दिखने लगा।आईडी के आधार पर उसने काम किया, तो उसकी आईडी से पैसे कट गए। पैसे कटने पर उसने कस्टमर केयर कॉल किया, तो पैसा जमा करने पर पूरा पैसे आने की बात कॉलर ने लिलेश कुमार को बताई।कॉलर और कंपनी के सदस्यों के फोन करने पर लिलेश उनके खाते में डेढ़ महीने तक पैसे जमा करता रहा। जब उससे लगातार पैसे मांगते रहे, तो उसने पैसा वापस करने के लिए कहा। पीड़ित इलेक्ट्रीशियन के पैसे मांगने पर आरोपियों ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया, तो लिलेश को ठगी का एहसास हुआ।

(लेखक डा. विजय)

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