साइबर ठग के झांसे में आने से बचे इंटरनेटधारी ..
रायपुर क्राइम न्यूज : साइबर क्राइम बढ़ते ही जा रहा है। आए दिन कहीं न कहीं से किसी के शिकार होने लाखों की चपत लगने की खबर आती रहती है।इससे सिर्फ पीड़ित को ही नुकसान होता है, दूसरों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वे दूसरों को सचेत भी नहीं करते।
अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं। खबर आ रही है कि वहां उमड़ती लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए साइबर वालों को झांसा देने का नया धंधा मिल गया। लिहाजा इंटरनेट यूजर्स को सचेत हो जाना चाहिए। बाहर से मोबाइल आने, मैसेज आने शुरू हो गए हैं। जिनमें झांसा दिया जा रहा है कि आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा उसे क्लिक करें। दिए गए सवाल का उत्तर दे, अपना बैंक खाता, पैन कार्ड, आधार कार्ड या पासवर्ड बताए। अगर आपने धोखे से भी क्लिक किया तो तय है सारी तकनीकी जानकारी सामने वाले के पास चली जाएगी। जिसके बाद आपके खाते से रकम निकलना शुरू हो जाएगा।
लिहाजा ऐसे तत्वों से बचना स्वयं को होगा। साइबर पुलिस के पास कहीं पहुंचते-पहुंचते देर हो गई तो रकम डूब सकती है। किसी भी व्यक्ति विशेष या अनजान के नाम से पैसा ट्रांसफर न करें। अथवा देश या विदेश से भेजे गए उपहार पार्सल स्वीकार न करें। विशेषज्ञों का साफ कहना है कि कोई भी बैंक अधिकारी या कर्मचारी कभी भी ग्राहकों को सीधे फोन नहीं करता। मैसेज भी कम भेजेते हैं।
देश में झारखंड जैसा जमताड़ा कई जगह तैयार होने लगे हैं। गौरतलब हो जमताड़ा में घर-घर बच्चे, युवा, अधेड़ साइबर क्राइम में भिड़े हैं। उन्होंने लाखों- करोड़ों के चार-चार, छह -छह मंजिला घर बना लिए है। ऐशोआराम की सारी सुख-सुविधा जुटाए है। कोई कक्षा दो-तीन तो कोई 5, 6, 7 तक पढ़ा है। कई अनपढ़ है पर एंड्राइड मोबाइल फोन आपरेट करना न केवल सीख गए बल्कि कथित धंधे में लिप्त हो गए। ऐ लोग एक सिम एक बार यूज कर उसे उसे तोड़कर फेंक देते हैं।