Ganesh Jhanki In Raipur : गणपति को शाही विदाई देने रायपुरवासियों ने किया जागरण, झांकी देखने उमड़ी भीड़
Ganesh Jhanki In Raipur : दस दिनों की आराधना के बाद शनिवार को भगवान गणेश को भक्तों ने शाही अंदाज में विदाई दी। गणपति को विदाई देने के लिए रायपुर शहर ने रात्रि जागरण किया।
Ganesh Jhanki in Raipur : दस दिनों की आराधना के बाद शनिवार को भगवान गणेश को भक्तों ने शाही अंदाज में विदाई दी। Ganesh Jhanki in Raipur गणपति को विदाई देने के लिए रायपुर शहर ने रात्रि जागरण किया। जयस्तंभ चौक सहित शारदा चौक और पुरानी बस्ती जाने वाले रास्ते के दोनों ओर झांकियों के दर्शन करने के लिए कतार लगाए रहे। रात 8 बजे से गणेश विसर्जन की झांकियां देखने के लिए सड़कों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
आधी रात 12 बजे के बाद जयस्तंभ चौक पर पैर रखने की जगह नहीं बची। श्रद्धालु दुकानों की बालकनी, घरों की छत पर चढ़कर झांकी का नजारा देखते रहे। लगभग 40 से अधिक बड़ी झांकियां और 50 से अधिक छोटी-छोटी झांकियां निकलती रही। पहली झांकी रात 8 बजे शारदा चौक से निकली और इसके पश्चात पूरी रात झांकियों के निकलने का क्रम जारी रहा। एक अनुमान के अनुसार दो लाख से अधिक श्रद्धालु सड़क पर झांकियों का नजारा लेते रहे।
झांकी देखने पूरी रात सड़कों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा
गणेश विसर्जन की झांकियां देखने के लिए शनिवार को पूरी रात राजधानी के अनेक इलाकों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस साल झांकियों में भगवान श्रीराम और हनुमान की लीलाओं पर आधारित झांकियां ज्यादा रहीं।खासकर नल-नील के नेतृत्व में वानरों द्वारा रामसेतु बनाकर लंका प्रस्थान करने, लंका दहन, राम-रावण युद्ध, सुग्रीव का राज्याभिषेक करने, हनुमान द्वारा सीना चीरकर श्रीराम-सीता का दर्शन कराने और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण की झलक झांकियों में देखने को मिली।
इसके अलावा महाकाल की भस्म आरती, कैलाश पर्वत का नजारा, शिवलिंग पर जल चढ़ाने जाते कांवरियों का दल, शिवजी की जटा से निकलती गंगा मैय्या, सीता हरण, सीता को बचाने रावण से लड़ते जटायु, चीर हरण, गणेश विवाह, कृष्ण लीला और पाताल भैरवी की झांकी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।