रायपुर न्यूज : राजधानी समेत प्रदेश में वारदात जारी, अपराधी अब भी बे-लगाम !
राजधानी समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से मारपीट, चोरी, उठाई गिरी, चाकूबाजी, अपहरण, लापता आदि घटनाओं संबंधित खबरें अब भी आ रही है पुलिस के आला अधिकारी, मातहतों को सख्ती बरतने का निर्देश देते रहते हैं, बावजूद थाना क्षेत्रों में घटनाएं घट रही हैं ।
रायपुर न्यूज : प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद अपराध पर नियंत्रित पाने का निर्देश मुख्यमंत्री की ओर से मिलने के उपरांत पुलिस के आला अधिकारी ततसंदर्भ में जुट गए हैं। पखवाड़े भर के अंदर अपराध का ग्राफ कुछ उतरा है पर बीच-बीच में फिर चढ़ने लगता है। यह चिंता करने वाला पहलू है।
राजधानी समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से मारपीट, चोरी, उठाई गिरी, चाकूबाजी, अपहरण, लापता आदि घटनाओं संबंधित खबरें अब भी आ रही है। भले ही पूर्व की अपेक्षा कमतर हो। पुलिस के आला अधिकारी मातहतों को सख्ती बरतने का निर्देश देते रहते हैं बावजूद थाना क्षेत्रों में यदि घटनाएं घट रही हैं तो फिर इसका मतलब है कि नीचे स्तर पर काम निर्देश मुताबिक नहीं हो रहा है।
नई सरकार चुनने के बाद आम जनता अन्य आकांक्षाओं के साथ अपराध पर नियंत्रण चाहते हैं। पुलिस की पेट्रोलिंग जारी है पर इसमें गंभीरता शायद कम है। पुलिस की जो धमक दिखनी चाहिए वह नदारद है। अपराधियों या आदतन बदमाशों में दहशत दिखाई नहीं देती।इसकी रंगत घटनाएं दिखा रही हैं। जो छोटी-मोटी बात पर चाकूबाजी धड़ल्ले से कर रहे हैं। मोबाइल, पैसा लूट ऊपर से चाकूबाजी, चोरी और ऊपर से रिपोर्ट न लिखवाने की धमकी अन्यथा चाकू बाजी की चेतावनी मिलना। सूने पड़े घरों पर धड़ल्ले से ताला तोड़ चोरी करना-रेकी की बढ़ने का संकेत करता है। या कि देता है।
सरकार के गठन उपरांत पुलिस ने बदमाशों, चोर, उचक्कों,नामजदों,आदतन अपराधियों की गिरफ्तारी कर उन्हें प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए जेल भेजा। यह मैसेज देने कि सुधर जाए। पर वैसा कुछ होते दिखता नहीं। एक साल पूर्व आमापारा, ब्राह्मणपारा में हत्या की वारदात हुई थी। एक नाबालिग युवती कर्ण बाधित (बहरा) व्यक्ति ने साइड नहीं दिया था। सुनाई नहीं देने के कारण वह सड़क पर साइड नहीं हो सका था, इस पर युवती ने बगैर पूछताछ किए स्कूटी रोकी और अपने पास रखे चाकू से कर्णबधित (बहरा) व्यक्ति के गले में चार-पांच वार करके भाग खड़ी हुई। बधिर की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस ने जब उक्त नाबालिग युवती को पकड़ा एवं उसके घर जांच -पड़ताल की तो हैरान रह गई थी। ढेरों नशीले पदार्थ, टैबलेट, शराब की बोतले, चाकू आदि मिले थे। नाबालिग होने की वजह से उसे महज 1 वर्ष की सजा हुई थी। वह हाल ही में बहार आई है। फिर नशीला पदार्थ (पेय पदार्थ) अवैध बेचते पकड़ी गई।
सरकार को अपराध पर लगाम लगाने और प्रयास करने होंगे एवं जो दिखाई भी पड़ना चाहिए। ऐसी व्यवस्था कायम करनी होगी। नशाखोरी युवा वर्ग में दुगने रफ्तार से बढ़ रही है। परिवारों को भी ऐसे मामले में ध्यान रखना होगा। पुलिस सभी जगह एक समय पर नहीं पहुंच सकती। पर व्यक्ति, मकान मालिक, मोहल्ले कॉलोनी में जागरूक नागरिकों की समिति बनाए। जिनसे बदमाश की सूची उनके क्रियाकलाप के बारे में पता चल सके। मोहल्ले-कालोनी की दुकानों के संचालकों से मुखबीरी कराई जा सकती है।