महाविद्यालयों में निजी क्षेत्रों में रोजगार एवं स्वरोजगार

संदर्भ में काउंसलिंग का आयोजन हो
रायपुर। प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालयों को अपने संबंद्ध महाविद्यालयों में, कैंपस काउंसलिंग का आयोजन कर स्थानीय कंपनियों में भर्ती का या स्वरोजगार अवसर बनाना चाहिए।
आमतौर पर तमाम राजकीय विश्वविद्यालयों में अलग-अलग दर्जनों संबंद्ध महाविद्यालय हैं। जहां हजारों-लाखों विद्यार्थी कला, वाणिज्य एवं विज्ञान विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम करते हैं। स्नातक होते ही अधिकांश युवा जॉब के चक्कर में घूमते-फिरते भटकते रहते हैं। इन विद्यार्थियों को स्नातक या परास्नातक होते ही नौकरी या जॉब ढूंढते रहते हैं।
घरों के आसपास घरेलू वातावरण में नौकरी या स्वरोजगार चाहते हैं। महाविद्यालय अपने शहर एवं आसपास स्थित कंपनियों, बड़े व्यापार समूहों अन्य निजी प्रतिष्ठानों से चर्चा कर कॉलेज में कैंपस काउंसलिंग कर भर्ती कराए।
उपरोक्त व्यवस्था का अच्छा प्रभाव पड़ेगा। विद्यार्थी पढ़ाई में मन लगाएगे। जब उन्हें काउंसलिंग से जॉब मिलने की सूचना मिलेगा। दूसरा स्थानीय कंपनियां, प्रतिष्ठान महाविद्यालय प्रबंधन से जुड़ाव रखकर कर्मी के व्यवहार, कार्य क्षमता, इमानदारी रुचि आदि परख सकती है। विद्यार्थी शुरुआती दौर में कम वेतनमान पर कार्य शुरू कर सार्वजनिक जीवन का अनुभव लेते हुए अपना भविष्य खुद बना सकेगे।