मुख्यमंत्री साय के दिल्ली जाने से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा फिर हुई तेज

मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 22 दिसंबर 2023 को नौ विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। एक पद खाली रह गया था। विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में कैबिनेट में दो जगह खाली हो गई, जिसे भरने की कवायद काफी दिनों से चल रही है।

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दिल्ली दौरे पर जाने से प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा एक बार फिर से तेज हो गई है। मुख्यमंत्री साय दौरे के दौरान शीर्ष नेतृत्व के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा होने की उम्मीद है।

वे दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में गुरुवार को शामिल होने के बाद लौटेंगे। चर्चा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ मंत्रियों के प्रभार में कुछ फेरबदल हो सकता है। मंत्रिमंडल में फिलहाल दो मंत्रियों की जगह खाली है।

प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके अलावा अरुण साव और विजय शर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 22 दिसंबर 2023 को मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए नौ विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। एक पद खाली रह गया था।

विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में कैबिनेट में दो जगह खाली हो गई, जिसे भरने की कवायद काफी दिनों से चल रही है। मंत्री पदों पर किसे जगह मिलेगी, इस पर सबकी निगाहें दिल्ली से लेकर रायपुर तक टिकी हुई है। फिलहाल मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने के बाद अटकलों पर विराम लगने की उम्मीद है।

ये प्रमुख मंत्री पद के दावेदार
अमर अग्रवाल: बिलासपुर विधानसभा से विधायक अमर अग्रवाल को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। सामान्य वर्ग से आने वाले अग्रवाल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। विभाग को संभालने का उनके पास काफी अनुभव है।

गजेंद्र यादव: दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव की पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से है। वे प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक रहे बिसराराम यादव के बेटे हैं।

रायपुर में कई दावेदार: रायपुर में पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा और विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में है।

हरियाणा की तर्ज पर बनाए जा सकते हैं 14 मंत्री
वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत कुल 11 मंत्री हैं, जबकि प्रदेश में 13 मंत्री बनाए जाने की परंपरा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि हरियाणा की तर्ज पर यहां भी मंत्रिमंडल में 14 मंत्रियों की गुंजाइश हो सकती है। हरियाणा में भी 90 सीटों वाली विधानसभा है। यहां भाजपा की सरकार में 14 मंत्री बनाए गए हैं।

लोकसभा और उपचुनाव के बाद विस्तार की थी संभावना
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर काफी दिनों से अटकलें लगाई जा रही है। पहले कयास लगाया जा रहा था कि गया लोकसभा चुनाव के बाद विस्तार किया जाएगा। चुनाव बीतने के बाद बृजमोहन अग्रवाल के जून में सांसद बनने के बाद उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना लगाई जाने लगी।

26 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच क्रिसमस और नए साल के आगमन से पहले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चा ने जोर पकड़ा था। नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के समापन के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार की उम्मीद जताई जा रही है।

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