छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा प्रक्रिया में सुधार अच्छा संकेत ..!

भाजपा सरकार ने सत्ता संभालने के महज 2 महीने के भीतर ही छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रणाली में बदलाव का अच्छा फैसला लिया है।
रायपुर न्यूज : भाजपा सरकार ने सत्ता संभालने के महज 2 माह के भीतर छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रणाली में परिवर्तन करने का अच्छा निर्णय लिया है। पीएससी अब परीक्षा के लिए हर ब्लॉक मुख्यालय पर केंद्र बनाएगी। इसके कई फायदे होगे। पहला आवेदक घर के पास रहकर परीक्षा दे सकेगा। उसका एवं पालक का बड़े शहरों में जाकर खर्च करना एवं समय बचेगा। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर के शिक्षकों, कर्मियों के कार्यों में गुणवत्ता बढ़ेगी।
आवेदक घर के पास रहकर ही परीक्षा दे सकेगा –
आमतौर पर अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से लेकर वर्तमान में पृथक राज्य बनने के 23 वर्ष बाद भी केवल बड़े चुनिंदा शहरों में परीक्षा केंद्र पीएससी बनाती रही। नतीजन स्थानीय प्रशासन के ऊपर कार्य का दबाव बढ़ता था। बड़े शहरों के तमाम महाविद्यालयों, विद्यालयों में परीक्षा केंद्र बनाए जाते रहे। जिसमें राज्य के छोटे शहरों, कस्बों, ब्लॉकों, गांवों में रहने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा देने शहर आना पड़ता रहा। छात्राओं के साथ आमतौर पर भाई, पिता या माता को भी आना पड़ता था। कई बार दूधमुंहे बच्चों को लेकर नवविवाहित महिलाएं परीक्षा केंद्र पहुंचती थी।
अब हर ब्लॉक मुख्यालय पर परीक्षा केंद्र होंगे –
प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर अब परीक्षा केंद्र होने से स्थानीय अभ्यर्थी नजदीकी परीक्षा केंद्र का चुनाव कर सकेगा। ब्लॉक मुख्यालय के प्रशासनिक आधिकारी, शिक्षक दीगर विभाग के कर्मचारी, अधिकारी मिलकर परीक्षा आयोजित करेगे। तो उनमें कार्य के प्रति गंभीरता बढ़ेगी।
आयोग ने सभी विभागों से अगले तीन साल में खाली होने वाले पदों की जानकारी मांगी है-
उधर आयोग ने तमाम विभागों से आगामी तीन साल में रिक्त हो रहे पदों की जानकारी मांगा है। ताकि 26 नवंबर तक विज्ञापन जारी किया जा सके। साथ ही देशभर के पीएससी से भी उनके यहां की परीक्षा प्रक्रिया संबंधी जानकारी मांगी गई है। इससे पारदर्शिता आएगी। परीक्षा केंद्रों के केंद्रीकरण के कारण अनियमितता की आशंका थी। विकेंद्रीकरण से काम का बंटवारा होगा और जिम्मेदारियां बढ़ेंगी। संपूर्ण सुधार की प्रारंभिक प्रक्रिया अच्छी है।