Chhattisgarh News: सरकार ने निगम और नगरीय निकाय चुनाव में दिए बदलाव के संकेत, अब राज्य की जनता खुद चुनेगी महापौर

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों के आम चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। आगामी नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं। इस बार नियम है कि महापौर और अध्यक्ष के लिए सीधे चुनाव होने चाहिए।
Chhattisgarh News रायपुर। प्रदेश में इस बार नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अध्यक्षों का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली (सीधे) से कराने की नियम चल रही है। सब कुछ अगर ठीक रहा तो उक्त पदों पर मतदाता सीधा चुनाव करेंगे।
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों के आम चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। आगामी नवंबर-दिसंबर में चुनाव होना है। इस बार नियम चल रही है कि महापौर, अध्यक्षों के चुनाव सीधे हो। भाजपा के पिछले कार्यकाल में मतदाता निगम महापौर, पालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सीधे (मतदान) करते थे। पर सन 2018 में कांग्रेस सरकार बनने पर अधिनियम बदलाव कर अप्रत्यक्ष प्रणाली के माध्यम से पार्षदों द्वारा बहुमत दल के नेता को महापौर, पालिका अध्यक्ष , नगर पंचायत अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया अपनाई गई। चूंकि प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार लौट आई है। लिहाजा, चर्चा है कि उक्त पदों पर जनता सीधे मतदान कर चुनाव करेगी।
कुल नगरीय निकायों की संख्या 184 है
उक्त दिशा में भाजपा विधायक दल की हुई बैठक में इस पर सर्वानुमति भी बन गई है। ततसंबंध में प्रस्ताव तैयार करने के लिए जल्द ही विधायकों की समिति बनेगी और समिति की अनुशंसा पर राज्य सरकार, विधानसभा के मानसून सत्र में अधिनियम में बदलाव ला सकती है। उक्त पदों पर प्रत्यक्ष प्रणाली तथा ईवीएम से कराने की स्थिति में छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम व नगर पालिका अधिनियम सहित स्थानीय निर्वाचन नियमों में संशोधन आवश्यक होगा। पिछले निकाय चुनाव को छोड़कर इसके पहले हुए निकाय चुनावों में ईवीएम के माध्यम से चुनाव कराया गया था। प्रदेश में 14 नगर पालिका निगम (महापौर), 48 नगर पालिका परिषद (अध्यक्ष) एवं 122 नगर पंचायत (अध्यक्ष) हैं। इस तरह कुल नगरीय निकायों की संख्या 184 है।