Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के इस जिले में डायरिया का प्रकोप,अब तक 3 लोगों की मौत, दर्जन से ज्यादा अस्पताल में भर्ती

Chhattisgarh News: कवर्धा के बाद अब जांजगीर-चांपा जिले में खतरनाक डायरिया कहर बरपा रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना उल्टी-दस्त से पीड़ित 100 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।
Chhattisgarh News रायपुर। कवर्धा के बाद अब जांजगीर-चांपा जिले में खतरनाक डायरिया कहर बरपा रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना उल्टी-दस्त से पीड़ित 100 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी डायरिया से एक मरीज की मौत हो गई। जिला अस्पताल में एक दर्जन से ज्यादा मरीज गंभीर हालत में भर्ती हैं। प्रदूषित पानी और खराब मौसम के कारण शहर समेत कई गांवों में डायरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं।
बारिश और तेज धूप के बाद उमस ने लोगों को बीमार कर दिया है। जिला अस्पताल के सभी बेड मरीजों से भर गए हैं। ज्यादातर मरीज डायरिया से पीड़ित हैं। मरीजों की संख्या बढ़ी तो मरीजों को रेफर करना पड़ सकता है। जिले में डायरिया का प्रकोप तेज हो गया है। जिला अस्पताल में 100 बेड हैं, जबकि वर्तमान में यहां 162 मरीज भर्ती हैं। सभी बेड पर मरीज भर्ती हैं। गुरुवार को ओपीडी करीब 600 रही।
डायरिया 3 लोगों की मौत
डॉक्टरों के मुताबिक अधिकतर रोगी पेट से संबंधित हैं। डायरिया का प्रकोप अधिक है। वर्षा के कारण पानी प्रदूषित हो गया है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल में अलग-अलग जगहों से दर्जन भर से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इसमें आधा दर्जन मरीज गंभीर स्थिति में हैं। बुधवार की रात बलौदा ब्लॉक के गांव करमंदा निवासी पांचाें बाई की उल्टी, दस्त बढ़ने पर स्थानीय अस्पताल में भर्ती किया गया। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां पहले तो बेड की कमी के कारण भर्ती नहीं कर रहे थे। बाद में स्थिति को देखते हुए भर्ती किया गया। इसके बाद गुरुवार की
सुबह महिला की मौत हो गई।
वहीं जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि जुलाई के इस 10 दिनों में डायरिया से 3 लोगों की मौत हो चुकी है। जिला अस्पताल में वर्तमान में भारी अव्यवस्था का आलम है। गरीब तबके के लोग निजी अस्पताल में महंगे इलाज नहीं करा सकते हैं, इसलिए जिला अस्पताल का रुख कर रहे है।
करमंदा में मौत के बाद लगाया गया कैंप, 32 मरीजों का चल रहा इलाज
बलौदा विकासखंड के करमंदा गांव में डायरिया का कहर जारी है। एक मोहल्ले में करीब 20 से 25 लोग डायरिया से पीड़ित हैं। गंभीर हालत होने पर जिला अस्पताल में पांचों महिलाओं की मौत हो गई। इसके बाद सामुदायिक भवन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाया गया है। जिसमें 30 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा गंभीर हालत होने पर लगातार मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।