Gau Satyagraha : कांग्रेस का “गौ सत्याग्रह” अभियान, छत्तीसगढ़ में सरकारी दफ्तरों में छोड़े मवेशी
Gau Satyagrah : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेशभर में एक अनूठा प्रदर्शन किया है, जिसे “गौ सत्याग्रह” नाम दिया गया है।
Gau Satyagrah : प्रदेश में आवारा मवेशी बड़ी समस्या है, खासकर गाय। गांव, नगर की सकरी गलियां हो या नेशनल हाईवे हर जगह सड़कों पर आवारा मवेशी घूमते नजर आते है। उनकी वजह से सड़कों पर लगातार हादसे भी हो रहें हैं… इन मवेशियों को लेकर अब सियासी घमासान भी तेज हो गई है…प्रदेश कांग्रेस ने बकायदा गौ सत्याग्रह भी किया … वहीं भाजपा इस समस्या के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा रही है… देखिए खास रिपोर्ट…
दरअसल, पिछले भूपेश सरकार में गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेशभर में सैकड़ों गौठान बनाएं गए थे। इन गौठानों में आवारा मवेशियों, खासकर गायों को रखे जा रहें थे। कई गौठानों में मल्टी एक्टिविटी सेंटर भी संचालित किए जा रहे थे, गोबर और गोमूत्र की खरीदारी भी की जा रही थी। वहीं वर्तमान विष्णुदेव सरकार ने भूपेश सरकार की गोधन न्याय योजना व गौठानों को बंद कर दिए…हालांकि विष्णुदेव साय सरकार की ओर से प्रदेश में गोवंश अभ्यारण योजना लाने की बात की जा रही हैं, लेकिन इसका रूपरेखा अभी तक तैयार नहीं हो पाया है…।
बता दें कि कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी थी कि 15 अगस्त तक आवारा पशुओं के संबंध में सरकार कोई ठोस निराकरण नहीं करती है। तो 16 अगस्त को कांग्रेस सभी जिलों व ब्लाकों में गौ-सत्याग्रह करेगी। कांग्रेस प्रदेश के सभी कलेक्टर कार्यालय, एसडीएम कार्यालय व अन्य महत्वपूर्ण शासकीय कार्यालयों में खुले पशुओ को ले जाकर छोड़ देंगे। अपनी योजना अनुरूप आज कांग्रेस ने प्रदेश की सभी जिला तहसीलों में प्रदर्शन किया और सड़क पर घूम रहे मवेशियों को बांधकर सरकारी कार्यलयों में छोड़ दिया।
बहरहाल, गाय और गौवंश के नाम पर सियासत कोई नई बात नहीं है… पिछली कांग्रेस सरकार में बीजेपी गौ वंश और गौठानों की बदहाली को लेकर अभियान चलाया करती थी… अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है, तो कांग्रेस ने गौवंश और आवारा मवेशियों को मुद्दा बनाकर आंदोलन छेड़ दिया है… अब देखना होगा कि गौवंश और आवारा मवेशियों पर चल रहें इस सियासी घमासान के बीच कब तक इसके लिए स्थायी समाधान हो पाता है…??