छत्तीसगढ़: बीजापुर में मुठभेड़ में 18 नक्सली ढेर, एक जवान ने भी गंवाई जान

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 18 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। वहीं, अभियान में एक डीआरजी जवान की भी जान चली गई है।
भारत के विभिन्न राज्यों में नक्सलियों के सफाए के लिए सुरक्षाबलों का ऑपरेशन लगातार जारी है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 18 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। हालांकि, दुख की खबर ये भी है कि इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड के एक जवान ने भी जान गंवा दी है।
कहां हुई मुठभेड़?
इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो रही है। पुलिस के मुताबिक, बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है।
दो नक्सलियों को ढेर किया गया
पुलिस के मुताबिक, बीजापुर में मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम गंगालूर थाना क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान पर थी। सुबह सात बजे से नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच इलाके में काफी देर तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। इसके बाद 18 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया।
भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि नक्सलियों से मुठभेड़ में बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक जवान ने अपनी जान गंवाई है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद के साथ दो नक्सलियों का शव बरामद किया है।अधिकारियों के मुताबिक, इलाके में मुठभेड़ और तलाश अभियान जारी है।
नारायणपुर में नक्सलियों ने किया विस्फोट
दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में भी नक्सल वारदात की खबर सामने आई है। यहां नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट किया है जिसमें एक अधिकारी समेत दो सुरक्षाकर्मी बाल-बाल बचे हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट किया। ये विस्फोट तड़के तीन बजे किया गया है। अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों के शीर्ष कैडर की उपस्थिति की सूचना मिली थी जिसके बाद जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ के संयुक्त टीम को अभियान पर भेजा गया था। नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट के कारण एक जवान और एक अधिकारी की आंखों में धूल और मिट्टी चली गई। इन दोनों को बेहतर इलाज के लिए अभियान क्षेत्र से बाहर निकाला गया है।