Weather Of CG: छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, हवा से नमी गायब होते ही गिरने लगा पारा
छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में तापमान 1-2 डिग्री गिर गया है, खासकर रात के समय ठंड बढ़ रही है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में संभावित बर्फबारी और 15 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में ठंड और बढ़ने की उम्मीद है। बुधवार को सबसे ज्यादा तापमान 34.2°C सुकमा में दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में ठंड और तेज हो सकती है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। द्रोणिका के प्रभाव के कारण हवा में नमी की मात्रा घट रही है, जिससे तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की कमी आई है। हालांकि रायपुर में दिन का तापमान स्थिर बना हुआ है, लेकिन रात का पारा दो डिग्री गिरकर ठंड का एहसास करा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार के बाद प्रदेश में ठंड का असर और तेज़ी से बढ़ सकता है।
बर्फबारी से और गिरेगा तापमान
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में जल्द ही बर्फबारी शुरू होगी। इसका सीधा असर छत्तीसगढ़ के तापमान पर पड़ेगा, जिससे दिन और रात दोनों समय ठंड बढ़ने की संभावना है। 15 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। इसके बाद पछुआ हवाएं तेज़ी से बहेंगी, जो प्रदेश भर में तापमान को और गिरा देंगी।
सुकमा में अब भी पारा 34 डिग्री के पार
बुधवार को छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक तापमान 34.2 डिग्री सुकमा में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान 13.0 डिग्री अंबिकापुर में रिकॉर्ड किया गया। रायपुर में न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक है। अन्य प्रमुख शहरों में जगदलपुर का न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री, दुर्ग का 17.2 डिग्री, और बिलासपुर का 18.8 डिग्री दर्ज किया गया।
कई जिलों में 18 डिग्री से नीचे गिरा पारा
प्रदेश के कई जिलों में बुधवार को न्यूनतम तापमान 18 डिग्री से कम रहा। दुर्ग में 17.2 डिग्री, बलरामपुर में 14.6 डिग्री, अंबिकापुर में 13.0 डिग्री, कोरिया में 16.5 डिग्री, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 14.8 डिग्री, कोरबा में 17.5 डिग्री, नारायणपुर में 14.2 डिग्री, बस्तर में 17.5 डिग्री और दंतेवाड़ा में 17.1 डिग्री दर्ज किया गया।
अगले कुछ दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में प्रदेश में ठंड का असर और बढ़ सकता है। बर्फीली हवाओं के चलने से तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे लोगों को ठंड का सामना करना पड़ सकता है। गर्म कपड़ों का उपयोग शुरू करने का समय आ गया है, क्योंकि आने वाले दिनों में ठंड का असर और भी ज्यादा महसूस होगा।