CG NEWS: बैकुंठपुर के इस तहसील कार्यालय में अनाधिकृत कर्मी देख रहे कामकाज, तहसील की आईडी से लेकर राजस्व विभाग की फाइलों तक इनकी पकड़

CG NEWS: विभाग के आई डी से अनाधिकृत कर्मी विभाग के काम कर रहे जिनकी पकड़ तहसील की आईडी से लेकर राजस्व विभाग की फाइलों तक है। मामले को लेकर पहले कई बार शिकायत सामने आने के साथ आरोप लग चुके हैं फिर भी तहसील कार्यालय से निजी कर्मियों को हटाने की कार्यवाही नहीं की जा रही है।
CG NEWS: बैकुंठपुर जिले के पटना तहसील कार्यालय में कमीशन खोरी और विभाग के कामचोर कर्मचारियों के शिकायत का मामला सामने आया है । जहां विभाग के आई डी से अनाधिकृत कर्मी विभाग के काम कर रहे जिनकी पकड़ तहसील की आईडी से लेकर राजस्व विभाग की फाइलों तक है। मामले को लेकर पहले कई बार शिकायत सामने आने के साथ आरोप लग चुके हैं फिर भी तहसील कार्यालय से निजी कर्मियों को हटाने की कार्यवाही नहीं की जा रही है।
बता दें कि पटना तहसील में सहायक ग्रेड 3 के तीन कर्मचारी रामकृपाल साहू, प्रताप मिंज, उर्वशी कश्यप व एक भृत्य पदस्थ हैं लेकिन धान रकबा, धान पंजीयन, 107, 16 व दाण्डिक प्रकरण के कार्यों के साथ जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र बनाने, नामांतरण का कार्य श्याम सिंह व राम सिंह से कराया जा रहा है, दोनों की तहसील में शासकीय पोस्टिंग नहीं है। तहसील में इन्हें निजी तौर पर रखकर तहसील की आईडी दे दी गई है जिनके द्वारा पक्षकारों व आमजनों से कार्य के बदले रूपयों की मांग करने व तहसील की गुप्त जानकारी लीक करने का भी आरोप लग चुका है और कलेक्टर कोरिया से भी शिकायत हो चुकी है इसके बाद भी तहसील में इन्हीं से कार्य कराया जा रहा है।
जबकि इसी तरह पिछले साल प्राइवेट कर्मियों को आईडी देकर रकबा सुधार का कार्य कराया जा रहा था जिसमें भारी गड़बड़ी हुई थी, लेन देन कर जितनी जमीन थी उससे अधिक का रकबा दर्शा दिया गया था। मामला सामने आने के बाद गड़बड़ी करने वाले तहसील में निजी कार्य करने वाले युवकों पर एफआईआर भी हुई थी इनके बाद भी प्राइवेट लड़कों से वही कार्य इस साल भी कराया जा रहा है। इतना ही नहीं तहसील कार्यालय में निरंजन व मोहन कोटवार के द्वारा भी पक्षकारों व लोगों से कार्य के बदले रुपयों की वसूली व तहसील की जानकारी लीक करने की शिकायत के बाद हटा दिया गया था, लेकिन वे फिर वापस आ गए और पुराने ढर्रे पर फिर से उसी तरह कार्य कर रहे हैं जिससे लोग परेशान हैं इसके बाद भी जिले के संबंधित अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मामले में पटना तहसीलदार चांदनी कंवर ने कहा कि ऑपरेटर को लेकर पहले शिकायत थी, उन्हें हटाया गया था। इन कर्मियों को सिर्फ आवेदन लेने के लिए रखा गया है। तहसील की आईडी नहीं दी गई है।
बैकुंठपुर तहसील में भी दो निजी कर्मी देख रहे कामकाज
जिला मुख्यालय के तहसील कार्यालय में भी निजी कर्मियों की दखल है। पहले कई बार शिकायतें सामने आई हैं इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई है। पक्षकारों के अनुसार तहसील कार्यालय में देवेंद्र जायसवाल, हेमंत राजवाड़े की शासकीय पोस्टिंग नहीं है। फिर भी ये लंबे समय से तहसील का कामकाज निपटा रहे हैं जिससे तहसील की गोपनियता पर सवाल उठ रहे हैं।