CG News: रिटायर्ड कर्मचारी से 1 करोड़ 25 लाख की ठगी, यूपी और बिहार से चार आरोपी गिरफ्तार
CG News: प्रार्थी गेंद सिंह नेताम को जब पुलिस ने बताया कि आप 9 साल से ठगी के शिकार हो रहे हैं और करोड़ों रुपए आपने इन आरोपियों के खातों में डाल चुके हैं। पूरा मामला जिले के एसपी अक्षय कुमार की संज्ञान में आते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस जांच टीम का गठन किया।
CG News: रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी से 1 करोड़ 25 लाख की ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। सभी आरोपी उत्तरप्रदेश व बिहार के रहने वाले बताए जा रहे। पूछताछ में पता चला कि ये सभी आरोपी इनाम एवं लॉटरी का पैसा दिलाने का लालच देकर 9 साल से लोगों को ठगी के शिकार बना रहे थे।
कोंडागांव जिले का यह पहला मामला है, जिसमें एक रिटायर्ट सरकारी कर्मचारी गेंद सिंह नेताम से आरबीआई और बैंकों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे रिलायंस कंपनी मे इंश्योरेंस के नाम पर भेजते थे और अधिक पैसे दिलाने के लालच में एक करोड़ 25 लाख रुपए की राशि प्रार्थी से अपने खातों में जमा करा लिए और प्रार्थी को एहसास होने नहीं दिया कि वह लगातार ठगी का शिकार हो रहा है। 9 साल बाद जब प्रार्थी को लगा अपने साथ कुछ गलत हो रहा है तब वह पुलिस थाने माकड़ी में पूरे मामले को पुलिस के सामने बताया तब पुलिस ने उसे बताया कि बीते 9 साल से आप ठगी के शिकार हो रहे हैं।
प्रार्थी गेंद सिंह नेताम को जब पुलिस ने बताया कि आप 9 साल से ठगी के शिकार हो रहे हैं और करोड़ों रुपए आपने इन आरोपियों के खातों में डाल चुके हैं। पूरा मामला जिले के एसपी अक्षय कुमार की संज्ञान में आते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस जांच टीम का गठन किया। मामला को सुलझाना पुलिस के लिए भी इतना आसान नहीं था। साइबर सेल प्रभारी सतीश भार्गव के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम का गठन कर सभी साक्षय को संग्रहित करना शुरू कर दिया गया। बैंकों से जानकारी ली गई। साइबर सेल के माध्यम से ठगी करने वाले आरोपियों का लोकेशन ट्रेस किया गया, जिससे दिल्ली गाजियाबाद उत्तरप्रदेश पाया गया।
13 सदस्यीय संयुक्त जांच टीम दिल्ली और गाजियाबाद उत्तरप्रदेश के लिए रवाना हुई। टीम के सदस्यों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली एवं गाजियाबाद उत्तरप्रदेश में कैंप कर आरोपियों की उनके रहने के संभावित ठिकानों पर लगातार 5 दिनों तक नियमित रूप से रेकी की। जब आरोपियों की पहचान हो गई तो स्थानीय पुलिस की मदद से उनके ठिकानों की घेराबंदी कर एक साथ दबिश देकर आरोपियों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया।
अपराध में सलिप्त होने से आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 51 लाख 20000 की संपत्ति जब्त की गई। आरोपियों की पहचान सौरव वर्मा, महिला आरोपी नेहा वर्मा बिहार, 58 वर्ष के गिरीश बाबू उत्तर प्रदेश गाजियाबाद, मानवेन्द्र वर्मा उत्तर प्रदेश के रूप में की गई। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से 3 लाख नगदी के साथ 51 लाख 20 हजार की कुल संपत्ति जब्त की है, जिसमें एक मकान 50 गज आवासीय भूमि, 2 नग लैपटॉप, पांच आईफोन, एक आईपैड के अलावा 23 नग एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक चेक बुक मोटरसाइकिल की आरसी बुक और सिम कार्ड 20 लाख जब्त किए गए।