CG ELECTION 2023: नक्सल प्रभावित क्षेत्र के इस गांव में पहली बार अपने गाँव में लोगों ने किया मतदान, ग्रामीणों में दिखा उत्साह

CG ELECTION 2023: विधानसभा 2023 के चुनाव में गांव के लोगों ने पहली बार अपने ही गांव में मतदान किया । मतदान को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्सुकता दिखाई दे रही थी।
CG ELECTION 2023: छत्तीसगढ़ । देश की आजादी को 76 साल पूरे हो चूके हैं, पूरा भारत वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ के इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र के इस गांव में ग्रामीणों ने नक्सली भय के कारण अपने गाँव मे कभी मतदान नही किया ।
विधानसभा 2023 के चुनाव में गांव के लोगों ने पहली बार अपने ही गांव में मतदान किया । मतदान को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्सुकता दिखाई दे रही थी । प्रदेश में धीरे धीरे नक्सलियों का भय कम हुआ तो मतदान के लिए बेझिझक होकर युवा व बुजुर्ग अपने घरों से निकले।
हम बात कर रहे हैं कोंडागांव जिले के जिन इलाकों में कभी लाल आंतक कायम हुआ करता था और लोकतंत्र के महापर्व में लोग अपने मतरूपी आहूति देने के लिए भी घबराते और अपने घरों पर दुबककर रहा करते थे। उन इलाकों में पोलिंग बूथ बनाए जाने के साथ ही लोगों को मतदान के लिए बेहतर सुविधा मिलने से ग्रामीण इलाके के मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्सुकता देखने को मिली और लोगों ने इस महापर्व में शामिल होकर बिना किसी डर के मतदान किया।
वही सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में इन इलाकों में अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात रहे। हम बात कर रहे है, कोण्डागांव जिले के नारायणपुर विधानसभा इलाके के नए पोलिंग बुथ बनाए गए ग्राम पंचायत चेमा इसके साथ ही इसी इलाके के नहकानार व तोतर की जहां लोग मतदान को लेकर आश्वस्थ थे और सुबह से ही मतदान के लिए कतार में लगे रहे।
पहली दफे बना पोलिंग बुथ-
जिले के अंतगर्त आने वाले नारायणपुर विधानसभा के अंतगर्त आने वाले चेमा को पहली दफे मतदान केंद्र बनाया गया जहाँ 426 मतदाता थे जहां निधार्रित समय तक मतदान करने लोग आते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि, पहले हम लोगों को नदी पार करके लगभग 7 किलोमीटर दूर मतदान करने तोतर जाना होता था। लेकिन अब यहाॅ पोलिंग बुथ बनने से हमें राहत मिली हैं। वही कुछ ग्रामीणों ने बताया कि, यह इलाका नक्सलियों का गढ़ था, लेकिन अब यहां इनकी धमक कम होने के चलते न केवल बुजुर्ग बल्कि युवाओं ने भी मतदान किया ।