CG ELECTION 2023: कवर्धा में 74.83 व पंडरिया में 73.67 प्रतिशत मतदान

CG ELECTION 2023: जिले के दोनों विधानसभा में 647549 छः लाख सैंतालीस हजार पांच सौ उन्ननचास मतदाता है जिनके वोटिंग के लिए 804 मतदान केंद्र बनाया गया था। जहाँ मतदान करने मतदाताओं ने मतदान समय के बाद भी वोटिंग के लिये अपनी बारी के लिए इंतिजार करते नजर आए और काफी उत्साह देखने को मिला।
CG ELECTION 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के प्रथम चरण में आज 20 सीटों पर मतदान हुआ। वही कबीरधाम जिले के पंडरिया व कवर्धा विधानसभा में शांति पूर्ण चुनाव सम्पन्न हुआ।
जिले के दोनों विधानसभा में 647549 छः लाख सैंतालीस हजार पांच सौ उन्ननचास मतदाता है जिनके वोटिंग के लिए 804 मतदान केंद्र बनाया गया था। जहाँ मतदान करने मतदाताओं ने मतदान समय के बाद भी वोटिंग के लिये अपनी बारी के लिए इंतिजार करते नजर आए और काफी उत्साह देखने को मिला। कवर्धा विधानसभा में 74.83 व पंडरिया 73.67 प्रतिशत मतदान हुआ।
हाई प्रोफाइल सीट है कवर्धा
कबीरधाम जिले में दो विधानसभा सीट है कवर्धा व पंडरिया इसमें कवर्धा शुरू से हाई प्रोफाइल सीट रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का गृह जिला है और डॉक्टर रमन सिंह हर बार कवर्धा में मतदान करते है। वही वर्तमान में प्रदेश के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर यहाँ से विधायक है जो पिछले चुनाव में 60 वोट से जीते थे,और इस बार भी यही से चुनाव लड़ रहे है जिन्हें भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा टक्कर दिए है। हालांकि की नतीजा 3 दिसंबर को देखने को मिलेगा।
कवर्धा में भगवा ध्वज कांड बना मुद्दा
प्रदेश में इकलौते मुस्लिम विधायक कवर्धा विधानसभा से मोहम्मद अकबर है। जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन में अहम विभागों का मंत्री है।वही कवर्धा में 2021 में हुए भगवा ध्वज विवाद के बाद जातिवाद का दंश झेल रहे है और भाजपा इस विवाद को हिदुत्त्व का रूप देकर मुद्दा बनाये है वही राष्ट्रीय स्तर पर भी भाजपा का यह एजेंडा बना हुआ है। हालांकि मंत्री मोहम्मद कभी ऐसे विवादों के पक्ष में नही रहे है और कवर्धा सर्व धर्म का सम्मान करते हुए मंदिर शिवालयों में पूजा आरती करते रहे है। लेकिन इव बार चुनाव में भाजपा इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाकर कवर्धा में चुनाव लड़ रही है और इसका हवा पूरे प्रदेश में चल रहा है।
विकास व किसान के मुद्दे है इस बार
कवर्धा में जो भगवा ध्वज विवाद हुआ उसके बाद लंबे समय तक यह मामला तूल पकड़ा रहा वही कुछ लोग इस मुद्दे को आग की तरह धधकाने की कोशिस करने में लगे रहे और वर्तमान में चुनाव का भी एजेंडा बना लेकिन यहाँ के लोग आज उस घटना को भूलकर आपसी भाई चारे की भावना से रह रहे है और भविष्य में ऐसी कोई विवाद ना हो इससे बच रहे है। वही इस बार भाजपा कांग्रेस के घोषणा पत्र आने बाद लोग स्थानीय विकास व किसान के मुद्दे पर बात करते नजर आए और हिन्दुतत्व व साम्प्रदायिकता जैसी मुद्दे को नकारते दिखे। अब इस बार चुनाव में किसान कर्ज माफी व महिलाओं को आर्थिक लाभ व शिक्षा स्वास्थ्य व विकास की बांते जैसी बांते देखने को मिला।
त्रिकोणीय मुकाबला का समीकरण
कबीरधाम जिले के कवर्धा व पंडरिया विधानसभा चुनाव में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला का आसार रहा।कवर्धा में भाजपा प्रत्याशी विजय शर्मा,कांग्रेस के प्रत्याशी मोहम्मद अकबर का आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गोंड़ राजा खड़गराज सिंह मैदान आकर समीकरण बिगाड़ दिए क्योंकि आम आदमी के प्रत्याशी का वनांचल के आदिवासी क्षेत्र में अच्छी पकड़ है लोग उसे काफी मानते है ऐसे दोनों पार्टी का समीकरण बिगड़ते दिखा।
वही पंडरिया में कांग्रेस के प्रत्याशी नीलकंठ चंद्रवंशी व भाजपा प्रत्याशी भावना बोहरा के साथ जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी रवि चंद्रवंशी चुनावी मैदान में जोर शोर से लगे रहे जो कई वर्षों से क्षेत्र में सक्रिय रहे जिसका भी असर देखने को मिला। ऐसे में कबीरधाम जिले के दोनों विधानसभा सीट कांटे की टक्कर रहा है। वही इस सीट पर कांग्रेस का घोषणा पत्र व किसानों कर्ज माफी की घोषणा का असर देखने मिला तो भाजपा के घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए बारह हजार सालाना का असर भी रहा।