क्या है कार्डियक अरेस्ट? जानें इसके लक्षण

Cardiac Arrest
अमेरिका के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ऑफ सीडर्स सिनाई मेडिकल सेंटर के एक नए शोध के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट से एक दिन पहले पुरुषों और महिलाओं में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे महिलाओं को सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है। वहीं पुरुषों को सीने में दर्द की समस्या रहती है।
कार्डियक अरेस्ट : कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का दिल अचानक काम करना या धड़कना बंद कर देता है। ऐसे में अगर व्यक्ति को तुरंत इलाज न मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साइलेंट किलर बीमारी के लक्षण पुरुषों और महिलाओं में एक जैसे नहीं होते हैं। उनका यह भी कहना है कि कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित कुछ लोगों में लक्षण 24 घंटे पहले ही दिखने लगते हैं।
एक अध्ययन के मुताबिक पुरुषों और महिलाओं में कार्डियक अरेस्ट के लक्षण अलग-अलग होते हैं। कार्डियक अरेस्ट दिल के लिए सबसे खतरनाक स्थिति मानी जाती है, जिसके कारण ज्यादातर लोगों को इलाज मिलने से पहले ही अपनी जान गंवानी पड़ती है।
अमेरिका के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट ऑफ सीडर्स सिनाई मेडिकल सेंटर के एक नए शोध के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट से एक दिन पहले पुरुषों और महिलाओं में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे महिलाओं को सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है। वहीं पुरुषों को सीने में दर्द की समस्या रहती है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
जब कार्डियक अरेस्ट होता है तो दिल की धड़कनें 300-400 तक बढ़ जाती हैं। साथ ही रक्तचाप नीचे की ओर गिरने लगता है और हृदय की कार्यप्रणाली अनियमित हो जाती है। नतीजतन, शरीर के अन्य हिस्सों में रक्त की आपूर्ति संभव नहीं हो पाती है। जिसमें व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।
कार्डियक अरेस्ट के कारण
शुगर, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, शारीरिक व्यायाम की कमी, मोटापा, खराब जीवनशैली, तनाव कार्डियक अरेस्ट के मुख्य कारण हैं। इसके अलावा कार्डियक अरेस्ट के कारण कुछ अन्य समस्याएं भी होती हैं।
कार्डियक अरेस्ट का उपचार
अगर किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट हुआ है, तो सबसे पहले आपको अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन नंबर पर कॉल करना होगा और मदद मांगनी होगी। साथ ही आपको मरीज को तुरंत सीपीआर देना चाहिए। गौरतलब है कि सीपीआर की मदद से मरीज की जान भी बचाई जा सकती है.
कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए क्या करें?
* कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप फिट और स्वस्थ रहें।
* अच्छा खाना खायें, जो पौष्टिक हो। साथ ही इसमें कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल होना चाहिए।
* जंक और तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। वहीं, बेहतर होगा कि मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम किया जाए या बिल्कुल न किया जाए,
क्योंकि इससे वजन बढ़ सकता है और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
* अगर आप शराब और धूम्रपान करते हैं तो इसे आज ही छोड़ दें, क्योंकि ये हृदय संबंधी समस्याओं को बढ़ाते हैं।
जितना संभव हो उतनी शारीरिक गतिविधि करें।