Budget Session 2025: राज्यसभा में सोनिया गांधी ने सरकार को घेरा, खाद्य सुरक्षा कानून का मुद्दा उठाया

Budget Session 2025 Updates: बजट सत्र के सातवें दिन सोमवार (10 फरवरी) को सोनिया गांधी ने 14 करोड़ लोगों के खाद्य सुरक्षा से वंचित होने पर चिंता जताई। वहीं, बीजेपी के सांसदों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत की खुशी में मोदी-मोदी के नारे लगाए।

 

Budget Session 2025 Updates: संसद के बजट सत्र के सातवें दिन सोमवार (10 फरवरी) को राज्यसभा में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में अभी भी 14 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे से बाहर हैं। यह एक गंभीर समस्या है। इसे तुरंत हल करने की जरूरत है। सोनिया गांधी ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द जनगणना करवाई जाए जिससे वास्तविक जरूरतमंदों को इस योजना का लाभ मिल सके।

 

 

 

  • जनगणना के आधार पर बढ़े NFSA लाभार्थियों की  संख्या
    सोनिया गांधी ने यह भी याद दिलाया कि 2013 में यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) लागू किया था। इस कानून के तहत ग्रामीण क्षेत्र की 75% और शहरी क्षेत्र की 50% आबादी को सब्सिडी वाले अनाज का अधिकार मिला। लेकिन मौजूदा समय में, इसका कोटा 2011 की जनगणना के आधार पर तय किया जा रहा है, जो अब पुराना हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार को नई जनगणना के आधार पर लाभार्थियों की संख्या बढ़ानी चाहिए।

लोकसभा में ‘मोदी-मोदी’ के नारे गूंजे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा सांसदों ने सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रश्नकाल शुरू करने से पहले सत्ता पक्ष की ओर से यह नारेबाजी हुई। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 26 साल बाद जीत हासिल की है। 8 फरवरी को हुई काउंटिंग में बीजेपी ने दिल्ली की 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, AAP को महज 22 सीटें मिलीं हैं। कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली। भाजपा सांसदों ने इसी वजह से लोकसभा में नारेबाजी कर अपनी खुशी जाहिर की।

 

 

महाकुंभ भगदड़ पर स्थगन नोटिस लाया गया
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को महाकुंभ के मुद्दे पर स्थग स्थगन नोटिस दिया। बता दें कि विपक्षी पार्टिया महाकुंभ में भगदड़ को लेकर लगातार हंगामा कर रही हैं। विपक्षी पार्टियां मांग कर रही हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों के सही आंकड़े जारी करे।इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद लोकसभा में जवाब दे चुके हैं।  हालांकि, इस जवाब से विपक्षी पार्टियां संतुष्ट नहीं है। खास तौर पर समाजवपादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं।

 

 

लोकसभा में नया इनकम टैक्स बिल पेश होगा
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 7 फरवरी को नए इनकम टैक्स बिल को मंजूरी दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बिल सोमवार को लोकसभा में पेश किया जा सकता है। इस बिल को टैक्स प्रणाली में सुधार के लिए एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। यह बिल करदाताओं के लिए कुछ नई राहत और सुविधाएं ला सकता है। विपक्ष इस बिल को लेकर भी नाराजगी जाहिर कर चुका है। कांग्रेस और टीएमसी समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार ऐसा करके राज्य सरकाराें के अधिकारों में दखल दे रही है।

बजट पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
बजट सत्र के छठे दिन लोकसभा में बजट आवंटन पर बहस हुई। कांग्रेस सांसद धर्मवीर गांधी ने कहा कि सरकार राज्यों के साथ न्याय नहीं कर रही है। उनका आरोप था कि पंजाब समेत कई राज्यों को बजट में उचित हिस्सा नहीं दिया गया। इस पर भाजपा सांसद राव राजेंदर सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक राज्यों की अनदेखी की, जिसका नतीजा अब सामने आ रहा है। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के सांसद ने अप्रवासी भारतीयों की भारत वापसी के मुद्दे को भी संसद में उठाया। उन्होंने कहा कि डिपोर्ट किए गए भारतीयों को सरकार की ओर से सही समर्थन नहीं मिल रहा है।

अमेरिका से भारतीयों के डिर्पोटेशन पर हंगामा
6 फरवरी को संसद में अमेरिका से भारतीयों की बेदखली के मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कुछ सांसदों ने हाथों में हथकड़ी पहनकर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका से भारतीयों का डिपोर्टेशन पहली बार नहीं हो रहा है। यह सिलसिला 2009 से चल रहा है। सरकार इस मुद्दे पर लगातार अमेरिका से बातचीत कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। 92 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस को घेरा और सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने अपने भाषण में बाबा साहेब अंबेडकर, आरक्षण, यूनिफॉर्म सिविल कोड, आदिवासी कल्याण, दिव्यांगजन और नारी शक्ति जैसे मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी ने अपने अंदाज में विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कुछ कविताएं भी पढ़ीं, जिससे संसद में ठहाके लगे।

About The Author

© Copyrights 2024. All Rights Reserved by : Eglobalnews