Budget 2025 : ‘किसानों के लिए ‘धनधान्य योजना’ की घोषणा, किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ी

Budget 2025 Updates: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार(1 फरवरी) को आठवीं बार बजट पेश कर रही हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल (Modi 3.0) का पहला पूर्ण बजट है। बजट में कई बड़े ऐलान संभव हैं। पढें लाइव अपडेट़्स।
Budget 2025 Updates: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार(1 फरवरी) को आठवीं बार बजट पेश कर रही हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल (Modi 3.0) का पहला पूर्ण बजट है। यह बजट कई मायनों में खास है, क्योंकि इसे आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच पेश किया जा रहा है। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों और वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका है। भारत की वित्तीय स्थिति पर भी असर हो सकता है। ऐसे में सरकार इस बजट में टैक्स पेयर्स को राहत देने और निवेश को बढ़ावा देने के लिए बड़े ऐलान कर सकती है। बजट में लोन रेट घटाने, फ्यूल कीमतों में कटौती और AI फंडिंग जैसे ऐलान संभव हैं। यहां पढें बजट 2025 के लाइव अपडेट्स।
सुबह से तैयारियों में जुटी नजर आईं सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री शनिवार सुबह से ही बजट की तैयारियों में जुटी नजर आईं। सुबह 8.45 बजे सीतारमण वित्त मंत्रालय पहुंच गई। वित्त मंत्री ने मंत्रालय में आधे घंटे बिताए। इसके बाद सीतारमण राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हो गईं। वित्त मंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु को बजट की कॉपी सौंपी। राष्ट्रपति मुर्मू ने सीतारमण को दही-चीनी खिलाई।इसके बाद वह संसद भवन पहुंची। वित्त मंत्री सुबह 11 बजे संसद में अपना बजट भाषण शुरू करेंगी। निर्मला सीतारमण इस बार भी पेपरलेस बजट पेश करेंगी। बता दें कि इससे पहले के चार बजट भी पेपरलेस ही पेश किए गए थे।
- कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए घोषणाएं:
- किसान क्रेडिट कार्ड पर अब 5लाख तक का लोन
वित्त मंत्री ने घोषणा की कि किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख किया जाएगा। इसके साथ ही, बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी और किसानों के लिए ‘प्रधानमंत्री धनधान्य योजना’ शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान ‘GYAN’ पर केंद्रित है, जिसका अर्थ है—गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति। उन्होंने बताया कि बीते 10 वर्षों में देश ने बहुमुखी विकास किया है और यह यात्रा निरंतर जारी रहेगी। - बिहार में बनेगा मखाना बाेर्ड
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि हमारे में बिहार के किसानों के विकास पर ध्यान दिया जाएगा। बिहार में मखाना बाेर्ड का गठन किया जाएगा। इसके तहत मखाना की उन्नत किस्मों को डेवलप करने पर ध्यान दिया जाएगा। - राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन पर जोर
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत मछली उत्पादन में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और यह उद्योग 60 हजार करोड़ रुपए का विशाल बाजार बन चुका है। सरकार अंडमान, निकोबार और गहरे समुद्र में मछली पकड़ने को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठा रही है। इसके अलावा, कपास उत्पादकता मिशन के तहत कपास की पैदावार में पर्याप्त वृद्धि सुनिश्चित की जाएगी और लंबे रेशे वाली किस्मों को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। - बेहतर बीजों के लिए नई पहल
सरकार ‘राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन’ शुरू करेगी, जिसके तहत अनुसंधान और उन्नत खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस मिशन के तहत 100 से अधिक उच्च उत्पादकता वाली बीजों की किस्में किसानों को उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और उत्पादन क्षमता में सुधार होगा। - दलहन के फसल को देंगे बढ़ावा
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार तुअर, उड़द और मसूर के उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि ‘मेक इन इंडिया’, रोजगार सृजन, नवाचार, ऊर्जा आपूर्ति, खेलों का विकास और एमएसएमई का विस्तार सरकार की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिसे सुधारों के माध्यम से गति दी जा रही है। इस पहल से 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलने की संभावना है। - कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों की भागीदारी से ग्रामीण समृद्धि और अनुकूलन निर्माण को बढ़ावा दिया जाएगा। कौशल विकास और निवेश के माध्यम से कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के नए विकल्प तैयार करना है, जिसमें युवा किसानों, ग्रामीण महिलाओं और छोटे किसानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। - तुअर, उड़द और मसूर की खेती को बढ़ावा
योजना के पहले चरण में 100 कृषि प्रधान जिलों को शामिल किया जाएगा। सरकार खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए राष्ट्रीय तेल मिशन चला रही है। वित्त मंत्री ने बताया कि 10 साल पहले किए गए ठोस प्रयासों के चलते भारत ने दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की थी। इसके बाद से किसानों की आय और आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। अब सरकार विशेष रूप से तुअर, उड़द और मसूर की खेती को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। इस योजना के तहत, केंद्रीय एजेंसियां किसानों के साथ पंजीकरण और करार करेंगी। अगले चार वर्षों में एजेंसियां किसानों द्वारा लाए गए उतने ही दलहन की खरीद करेंगी, जितना वे बाजार में उपलब्ध कराएंगे। - संसद में निर्मला सीतारमण के बजट पेश करते ही विपक्ष ने हंगामा किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में बजट भाषणा शुरू करते ही कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी पार्टियों के सांसद कुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा से वॉकआउट कर गए। - वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण शुरू किया
वित्त मंत्री ने लोकसभा के पटल पर बजट पेश करते हुए कहा कि यह बजट सरकार की ओर से विकास को बढ़ाने के मकसद से पेश किया जा रहा है। मिडिल क्लास की क्षमता में वृद्धि करने और सभी के विकास के लिए यह बजट समर्पित है। हमने इकोनॉमी दुनिया के तेजी से बढ़ते अर्थव्यवस्था में से एक है। ऐसे में विकसित हो रहे भारत की उम्मीदों से हमें प्रेरणा दी है। - पीएम मोदी ने कहा ये ये गरीब-किसानों, महिलाओं, युवाओं का बजट
बजट को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है। पीएम मोदी की अगुवाई में यह बैठक हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट गरीब-किसानों, महिलाओं और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। - निर्मला सीतारमण राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद संसद भवन पहुंच गई हैं।
- राष्ट्रपति मुर्मू ने वित्त मंत्री सीतारमण को दही-चीनी खिलाई।
- निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बजट की कॉपी सौंपी।
- वित्त मंत्री सीतारमण वित्त मंत्रालय पहुंची। अफसरों के साथ बजट की कॉपी दिखाई।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फाइनेंस मिनिस्ट्री पहुंच गई हैं
टैक्स में बड़ी राहत संभव
आम जनता के लिए सबसे बड़ी उम्मीद आयकर दरों में कटौती की है। नए टैक्स रिजीम में 10 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त करने की संभावना है। वहीं, 15 से 20 लाख रुपये की आय पर 25% का नया टैक्स ब्रैकेट लाया जा सकता है। स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है। यह कदम मध्यम वर्ग को राहत देने के लिए उठाया जा सकता है, जिससे लोगों की क्रय शक्ति बढ़े और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत
सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर सकती है, जिससे आम जनता को महंगाई से राहत मिलेगी। पेट्रोल पर फिलहाल 19.90 रुपये और डीजल पर 15.80 रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी लगती है। उद्योग संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने सरकार से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती की मांग की है, जिससे परिवहन लागत कम होगी और महंगाई नियंत्रित रहेगी।
रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
बजट 2025 में ‘एकीकृत राष्ट्रीय रोजगार नीति’ लाने की संभावना है, जिससे विभिन्न मंत्रालयों की रोजगार योजनाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। ग्रामीण इलाकों के युवाओं के लिए सरकारी कार्यालयों में इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया जा सकता है। इसके अलावा, सरकार विदेशों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए इंटरनेशनल मोबिलिटी अथॉरिटी बना सकती है। यह नीति युवाओं को नए अवसर प्रदान कर सकती है और भारत की युवा शक्ति का बेहतर उपयोग कर सकती है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा
देश के विकास को गति देने के लिए सरकार इस बजट में बड़े स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सकती है। अगले 10 वर्षों में भारत को अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारी निवेश की आवश्यकता होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई नई योजनाएं ला सकती है। दावोस में हुई विश्व आर्थिक मंच (WEF) की बैठक में भी AI पर व्यापक चर्चा हुई थी, जिससे यह संभावना बढ़ गई है कि सरकार AI फंडिंग को लेकर बड़े ऐलान कर सकती है।
मेडिकल सेक्टर के लिए हो सकती है घोषणाएं
मेडिकल सेक्टर के लिए बजट में बड़ा ऐलान हो सकता है। सरकार अगले 5 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें जोड़ने का रोडमैप पेश कर सकती है। MRI जैसे चिकित्सा उपकरणों पर आयात शुल्क कम किया जा सकता है, जिससे जांच की लागत घटेगी। स्वास्थ्य बजट को 10% तक बढ़ाने की संभावना है, जिससे गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। सरकार ‘आयुष्मान भारत योजना’ के दायरे को भी बढ़ा सकती है।
कृषि और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता
किसानों को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि 6,000 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये की जा सकती है। इससे किसानों को अधिक वित्तीय सहायता मिलेगी। साथ ही, सरकार लघु और मध्यम उद्योगों को आसान कर्ज देने के लिए माइक्रोफाइनेंस संस्थानों को भी प्रोत्साहन दे सकती है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
रियल एस्टेट सेक्टर को मिल सकती है राहत
सस्ते घरों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए सरकार अफोर्डेबल हाउसिंग की कीमत सीमा को 45 लाख रुपए से बढ़ाकर 70 लाख रुपए कर सकती है। होम लोन पर टैक्स छूट को भी बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया जा सकता है, जिससे ज्यादा लोग अपने घर खरीदने का सपना पूरा कर सकेंगे। इससे रियल एस्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा।
बजट से लोगों को बड़ी उम्मीदें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह बजट ऐतिहासिक होने वाला है। सरकार टैक्स कटौती, रोजगार बढ़ाने, महंगाई को काबू करने और देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देने के लिए कई अहम फैसले ले सकती है। निवेशकों, उद्योगपतियों और आम जनता की नजरें इस बजट पर टिकी हैं। अब देखना होगा कि वित्त मंत्री क्या बड़े ऐलान करती हैं।