Brijmohan Agrawal : बृजमोहन अग्रवाल ने छोड़ी विधानसभा की सदस्यता, आज मंत्री पद से भी दे सकते हैं इस्तीफा
Brijmohan Agrawal : भाजपा के दिग्गज विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी है। जिसके बाद उनके मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने पर छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल मचा हुआ है।
Brijmohan Agrawal : रायपुर : रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद भाजपा के दिग्गज विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के निवास कार्यालय पहुंचकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। हालांकि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। ऐसे में ये अटकलें लगाई जा रही है कि वो मंत्री पद से भी इस्तीफा देंगे या नहीं। बता दें कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन ने रिकॉर्ड मतों से रायपुर लोकसभा सीट जीती थी। वे पहली बार संसद पहुंचे हैं। इसके करीब 6 माह पूर्व उन्होंने रायपुर दक्षिण से विधानसभा चुनाव में भी रिकार्ड मतों से जीता था।
मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने पर कांग्रेस ने उठाये सवाल
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल के मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने पर छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल मचा हुआ है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में नियम के मुताबिक मंत्री पद से भी इस्तीफा देना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफे का फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़कर सरकार को कटघरे में खड़ा दिया है। मुख्यमंत्री को तत्काल बृजमोहन अग्रवाल से इस्तीफा मांगना चाहिए।
भाजपाइयों ने किया उनका कद छोटा
PCC चीफ ने कहा कि भाजपाइयों ने पहले ही बृजमोहन अग्रवाल के कद को छोटा कर दिया है. बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश के एक पुराने और वरिष्ठ नेता हैं. उनकी राजनीति को हाशिये पर लाने की बीजेपी ने शुरुआत कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि बृजमोहन अग्रवाल को विधायकी के साथ-साथ मंत्री पद से भी इस्तीफा दे देना था। उन्होंने इस्तीफे का फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया है। ऐसा कर बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार और मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री को बृजमोहन अग्रवाल से इस्तीफा मांगना चाहिए।