Chhattisgarh News: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से त्यागपत्र देते हुए, भावुक हुए बृजमोहन अग्रवाल
Chhattisgarh News : रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के निवास कार्यालय पहुंचकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया।
Chhattisgarh News रायपुर। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद भाजपा के दिग्गज विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के निवास कार्यालय पहुंचकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। हालांकि, अग्रवाल अभी कैबिनेट मंत्री के पद पर बने रहेंगे।
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन ने रिकॉर्ड मतों से रायपुर लोकसभा सीट जीती थी। वे पहली बार संसद पहुंचे हैं। इसके करीब 6 माह पूर्व उन्होंने रायपुर दक्षिण से विधानसभा चुनाव में भी रिकार्ड मतों से जीता था। बहरहाल, पिछले कुछ दिनों से उनके रायपुर दक्षिण विधानसभा को लेकर जारी चर्चा त्यागपत्र बाद खत्म हो गई है। अब इस सीट पर उपचुनाव की औपचारिकता शुरू होगी। 6 माह के अंदर चुनाव कराना होगा।
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से इस्तीफे के दौरान बृजमोहन अग्रवाल भावुक भी हुए। अविभाजित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की विधानसभा में वे लगातार 35 वर्षों से प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस दौरान वे अपराजेय रहे। बहरहाल, राज्य की राजनीति को अलविदा कहने के बाद अब वे केंद्र की राजनीति में जौहर दिखाएंगे।
हालांकि बृजमोहन अभी भी राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने रहेंगे। संवैधानिक नियमों के तहत वे त्यागपत्र बाद 6 माह तक इस पद पर रह सकते हैं। रायपुर दक्षिण सीट बृजमोहन अग्रवाल का परंपरागत क्षेत्र होने की वजह से हाई प्रोफाइल रही है। सांसद निर्वाचित होने के बाद से ही इस सीट को छोड़ना तय था। विधानसभा अध्यक्ष ने उनका त्यागपत्र मंजूर करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए सचिवालय को भेज दिया है। औपचारिक तौर पर सीट रिक्त होने की अधिसूचना जारी होगी। 16 दिसंबर 24 के पूर्व रायपुर दक्षिण में उपचुनाव होगा।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने चर्चा के दौरान कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा दे रहा हूं या मेरे लिए भावुक पल है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर जनता के अपार स्नेह के साथ लोकसभा में जा रहा हूं। यहां की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि उनके दुख-दर्द को वैसे ही उठाता रहूंगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर कहा कि कभी कोई मलाल नहीं रहा। पार्टी और जनता ने आठ बार विधायक बनाया, अंतिम बार रिकार्ड मतों से विधानसभा एवं पहली बार में रिकॉर्ड मतों से लोकसभा में भेजा है। समय से पहले से- किस्मत से ज्यादा नही मिलता। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि 35 वर्षों में मेरे काम या व्यवहार में किसी को ठेस लगी हो तो क्षमा प्रार्थी हूं।