दिल्ली में सांस लेना हुआ जानलेवा, 302 पहुंचा समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक
देश की राजधानी दिल्ली में सांस लेना जानलेवा हो गया है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता की जानकारी सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी और मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान (SAFAR) के आंकड़ों ने दी है।
दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सांस लेना जानलेवा हो गया है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता की जानकारी सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी और मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान (SAFAR) के आंकड़ों ने दी है। दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार की सुबह खतरनाक स्तर पहुंच गया। यह 302 था। धीरपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक और भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। यह 337 पर है।
सफर ने यह अनुमान लगाया है कि सोमवार को वायु की गुणवत्ता का स्तर और भी नीचे चला जाएगा। वायु गुणवत्ता सूचकांक 311 तक चला जाएगा। दिल्ली के सटे नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 273 है। यह बहुत खराब है। गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 186 है।
अक्टूबर व नवंबर में खराब होती है हवा
आपको बता दें कि हर साल दिल्ली में वायु गुणवत्ता अक्टूबर और नवंबर माह में खराब स्तर पर पहुंच जाती है। ऐसा माना जाता है कि पंजाब और हरियाणा में इसी दौरान पराली जलाने के कारण उठने वाला दिल्ली की हवा का खराब करता है। हालांकि दिल्ली में होने वाले वायु प्रदूषण के लिए कई अन्य कारक भी जिम्मेदार हैं। दिल्ली में अक्टूबर नवंबर माह में तापमान में गिरावट, हवाओं के शांत होने के कारण भी वायु प्रदूषण बढ़ता है।

