राजनैतिक दलों को चुनावी कार्य वास्ते हजारों कार्यकर्ताओं की होगी दरकार

सितंबर से नवंबर 3 माह के लिए मानदेय समेत नाश्ता, भोजन मुफ्त
रायपुर। बेरोजगार युवा थोड़े दिन इंतजार करें। विधानसभा चुनाव को महज साढ़े तीन माह बचे हैं। तमाम राजनैतिक दलों में सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। जैसे ही टिकट वितरण शुरू होगा बेरोजगारों की मांग पार्टियों से उठने लगेगी।
प्रदेश के अंदर 90 विधानसभा सीटें हैं। तमाम क्षेत्रों में राजनैतिक दलों में सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं। नवंबर मध्य से दिसंबर पहले हफ्ते के बीच चुनाव होगा। संभव है दो चरणों में हो। यानी साढ़े तीन माह का वक्त रह गया है। टिकटों के लिए तमाम दलों में मारामारी रहेगी। जोर आजमाईश हेतु दलों के भावी प्रत्याशी अपना वजन (दम) दिखाने कार्यकर्ता-समर्थक की तलाश करेंगे। उन्हें तब अनपढ़, पढ़े-लिखे दोनों तरह के बेरोजगार चाहिए।
टिकट मिलने की दशा में प्रचार-प्रसार में लगाने प्रत्याशी बरोजगार युवा ढूंढेगे। उन्हें उनकी योग्यता क्षमतानुसार कार्य देंगे। जिसमें क्रमशः मतदाता सूची लेकर घर-घर संपर्क, दीवाल लेखन, पोस्टर, बैनर तैयार करने, चाय-नाश्ता का प्रबंध करने, ई. रिक्शा-ऑटो वाले प्रचार प्लस प्रचार सामग्री वितरण हेतु,जलसों रैली में संख्या बल दिखाने बेरोजगार युवा, भोजन प्रबंधन हेतु, स्टार प्रचारक, नेताओं के आने पर सभा हेतु कार्यकर्ता, बेरोजगार युवाओं की जरूरत पड़ेगी। चुनाव के वक्त मतदाताओं को साधने लाने-ले एवं मतदान केंद्र वास्ते कार्यकर्ता विरोधी दलों पर नजर रखने कार्यकर्ताओं की जरूरत पड़ेगी। प्रेस रिलीज बांटने जाने पढ़े-लिखे युवाओं की भी जरूरत होगी। कंप्यूटर ऑपरेटर की जरूरत होगी। महिलाओं-युवतियों को आकृष्ट करने बेरोजगार युवतियों, महिलाओं की भी जरूरत रहेगी।
उपरोक्त तरीकों से हजारों लाखों-कार्यकर्ताओं की 90 सीटों पर जरूरत रहेगी। मुख्यतः 5 दल हैं। भाजपा, कांग्रेस, बसपा, जकांछ, आप कुछ छोटे दल भी रहेंगे। जिन्हें युवाओं की दरकार होगी। यानी चंद माह बाद बेरोजगारों को 6-7 हजार से 10-12 हजार रुपए 3 माह का रोजगार मिलेगा। नाश्ता पानी-भोजन की मुफ्त सुविधा। परिवहन यानी यात्रा भत्ता भी मिलेगा। विद्यार्थी इन दिनों कालेजों में प्रवेश हेतु जुटे हैं तो कम पढ़े लिखे या अनपढ़ छोटे-मोटे काम में लगे हैं। इन सबसे ही राजनैतिक दल, कार्यकर्ता, समर्थक काम करने वाले युवा जुटायेंगे। शायद सितंबर से दलों में भर्ती शुरू हो जाएगी।