शराब के नाम पर हत्याएं व अन्य घटनाएं बढ़ रही हैं, भाजपा सरकार को शराबबंदी पर गंभीरता से निर्णय लेना होगा

रायपुर न्यूज : राजधानी समेत प्रदेश में शराब पीने और विवाद करने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। यहां तक कि परिजनों से भी शराबी मारपीट करने से बाज नही आते। सरकार को ततसंबंध में गंभीरता पूर्वक चिंतन कर इसका हल ढूंढना होगा।

प्रदेश में अब पुनः भाजपा सरकार है। जिसने चुनाव के दौरान एवं उसके पहले कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाया कि गंगाजल लेकर कसम खाने के बावजूद उसने (कांग्रेस) शराबबंदी नही की। यह दीगर बात है कि चुनावी घोषणा पत्र में भाजपा-कांग्रेस ने इस पर शराब बंदी लागू करने का वादा नहीं किया था। पर भाजपा सरकार जनहित में नैतिकता के साथ शराबबंदी या उसके नियंत्रित बाजार की व्यवस्था बनानी चाहिए।

इन दिनों राजधानी समेत प्रदेश में शराब पीकर, बहककर या शराब के लिए पैसे को लेकर कही न कही रोजाना घटना घट रही है। हाल ही में एक युवक ने इंद्रप्रस्थ कालोनी फेस-2,डीडी नगर थाना क्षेत्र में घर पर, शराब वास्ते पैसे न देने पर अपनी मां की हत्या कर दी थी। उसका पिता शराबी पुत्र की हरकतों, मारपीट से परेशान होकर, टाटीबंध स्थित दूसरे घर में रह रहे हैं। आशंका है कि इस उस दिन अगर वे इंद्रप्रस्थ वाले घर पर होते तो कहीं पुत्र उनकी भी हत्या न कर देता।

दूसरी घटना तीन-चार दिन पूर्व की है। गंज थाना क्षेत्र गंजपारा स्थित शराब दुकान पर शराबियों की लाइन लगी थी। आगे-पीछे होने या पहले लेने के चक्कर में एक युवा और प्रौढ़ भिड़ पड़े। तब युवक ने प्रौढ़ से मारपीट करते हुए ईट से सिर पर कई वार किया। जिससे प्रौढ़ बुरी तरह घायल हो गया था। उन्हें आसपास के लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान प्रौढ़ ने दम तोड़ दिया।युवा गिरफ्तार कर लिया गया है। तो उधर मां की हत्या करने वाला पुत्र भी गिरफ्त में आ चुका है। माह भर पूर्व नवा रायपुर परिक्षेत्र में भी मंदिर हसौद थाना अंतर्गत सीबीडी भवन स्थित प्रीमियम शराब दुकान के बाहर भी मारपीट के दौरान एक युवक की हत्या हो गई थी। आरोपी को पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। इसी तरह शराब पीने के लिए युवा शराबी आए दिन, लूटपाट, उठाई गिरी, मोबाइल, चेन छीनना, पर्स उड़ाना आदि वारदातें कर रहे हैं।

युवाओं के मध्य शराबखोरी बढ़ते जा रही है। अंदर की चर्चा है कि 20-25 फीसदी युवतियां भी शराब-सिगरेट का सेवन करने लगी है। प्रदेश में एक चलन सा रहा है कि वे अपने फिल्मी कलाकार की नकल कर पीते हैं और शराब के लिए पैसा जुटाने-जुगाड़ने वे घर पर माता-पिता, भाई-बहनों आदि से भी मारपीट करते हैं। कई बार हत्या तक। ऐसे घरेलू विवादों दोस्त, यार या अन्य गैरजरूरी विचार के चलते आवेश में आकर हत्या तक कर दे रहे हैं। इन वारदातों पर अंकुश लगाने या शराबबंदी पर भाजपा सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए।

(लेखक डा. विजय)

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