Bihar Elections: 30 सीटों पर बदले उम्मीदवार… JDU की पहली लिस्ट की पूरी डिटेल

Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियां उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है. इसी कड़ी में जेडीयू ने बुधवार को 57 प्रत्याशियों की सूची जारी की. नीतीश कुमार की पार्टी की ये पहली लिस्ट है. टिकट पाने वालों में 5 मंत्री भी हैं, जिसमें विजय चौधरी, रत्नेश सदा, मदन सहनी, श्रवण कुमार और महेश्वर हजारी शामिल हैं. शामिल हैं, जो पीएलजीए बटालियन-01 में सक्रिय थे। वहीं सरेंडर करने वालों में 10 महिलाएं और 17 पुरुष शामिल हैं।
Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. सूची में 57 प्रत्याशियों का नाम है. जेडीयू ने 30 सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं. वहीं, 27 उम्मीदवारों को फिर से टिकट मिला है.
टिकट पाने वालों में 5 मंत्री भी हैं, जिसमें विजय चौधरी, रत्नेश सदा, मदन सहनी, श्रवण कुमार और महेश्वर हजारी शामिल हैं. लिस्ट में 3 बाहुबली भी हैं. अमरेंद्र कुमार पांडेय, धूमल सिंह और अनंत सिंह. जेडीयू ने अपनी पहली सूची में 4 महिलाओं को भी रखा है, जिसमें मधेपुरा से कविता साहा, गायघाट से कोमल सिंह, समस्तीपुर से अश्वमेध देवी और विभूतिपुर से रवीना कुशवाहा हैं.
चिराग की सीटों पर भी उम्मीदवार
जेडीयू ने चिराग पासवान के दावे वाली पांच सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. सोनबरसा, अलौली, राजगीर, एकमा और मोरवा से जेडीयू ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. सूची में 10 अनुसूचित जाति (एससी) प्रत्याशियों को टिकट देकर पार्टी ने सामाजिक समीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है.
सरायरंजन सीट से मौजूदा मंत्री विजय कुमार चौधरी के बेटे के चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन पार्टी ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए एक बार फिर विजय चौधरी पर भरोसा जताया है. इसी तरह, 2020 के विधानसभा चुनाव में महज 12 वोटों से जीत दर्ज करने वाले कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को भी पार्टी ने हिलसा सीट से दोबारा प्रत्याशी बनाया है.
हजारी टिकट पाने में रहे सफल
मंत्री महेश्वर हजारी का टिकट कटने की अटकलों को पार्टी ने खारिज करते हुए उन्हें फिर से कल्याणपुर से प्रत्याशी बनाया है. हजारी के बेटे ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर समस्तीपुर (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार शांभवी चौधरी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. जेडीयू इस बार 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 2020 में उसने 115 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 43 सीटों पर जीत हासिल की थी.