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Bihar Assembly Election 2025: JMM के अलग होने से महागठबंधन को झटका

Bihar Assembly Election 2025 : झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। वहीं, RJD और कांग्रेस अपने बचे हुए उम्मीदवारों की घोषणा और गठबंधन के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश में जुटे हैं।

Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रक्रिया इस वक्त अपने चरम पर है। राज्य में चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होंगे। पहले फेज में 121 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी, जिसके बाद नामांकन पत्रों की जांच और स्क्रूटनी चल रही है, जिसमें कई प्रत्याशियों के नामांकन रद्द भी हुए हैं। वहीं, दूसरे फेज में 122 सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है, जहां बड़ी संख्या में उम्मीदवार अपने पर्चे दाखिल कर रहे हैं। नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है, जिसके बाद चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की अंतिम सूची सामने आ जाएगी।

राजनीतिक मोर्चे पर, दोनों प्रमुख गठबंधन- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन (INDIA ब्लॉक) अपने प्रचार और रणनीति को अंतिम रूप देने में लगे हैं। NDA के सभी सहयोगी दलों ने अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के नाम की लिस्ट जारी कर दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे बड़े नेताओं की रैलियां और जनसभाएं शुरू हो चुकी हैं। दूसरी ओर, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कुछ खींचतान और देरी देखने को मिली है, लेकिन नेता एकजुटता का दावा कर रहे हैं। हालांकि, गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है, जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। RJD और कांग्रेस अपने बचे हुए उम्मीदवारों की घोषणा और गठबंधन के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश में जुटे हैं।

कांग्रेस के बाद अब RJD में भी बगावत

परिहार सीट से टिकट नहीं मिलने से रितु जायसवाल नाराज हैं। RJD के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे की बहु स्मिता पूर्वे को यहां से सिंबल मिला। परिहार विधानसभा सीट से RJD का प्रत्याशी बनाया गया। तेजस्वी यादव ने सिंबल दिया। स्मिता पूर्वे को टिकट दिए जाने पर रितु जायसवाल बेहद नाराज हैं। परिहार से RJD उम्मीदवार के खिलाफ रितु जायसवाल निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नाराजगी जाहिर की। रितु जायसवाल RJD में अभी महिला विंग की स्टेट प्रेसिडेंट के पद पर हैं।

  • बिहार में ये चुनाव बदलाव के लिए हैं: दीपांकर भट्टाचार्य

    CPI(ML) नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा, “बिहार में ये चुनाव बदलाव के लिए हैं। पांच साल पहले बिहार कोरोना काल में चुनाव कराने वाला पहला राज्य था। उस समय, किसी को भी बिहार में विपक्ष की उम्मीद नहीं थी, क्योंकि 2019 के चुनावों में एनडीए 39-1 से आगे था। लेकिन उस तरह की स्थिति में बिहार ने एक ऐसा जनादेश दिया जो आंखें खोल देने वाला था, जहां हम सत्ता में आने से बाल-बाल बचे थे। दोनों गठबंधनों के बीच कुल अंतर शायद लगभग 12,000 वोटों का था। पांच साल बाद इस बार हमारे पास थोड़ा बड़ा गठबंधन था। बिहार बदलाव के लिए तैयार है। पिछली बार हमारी पार्टी के पास 19 सीटें थीं। इस बार हमें उम्मीद है कि सीपीआई-एमएल कम से कम 25 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। लेकिन चूंकि यह एक बड़ा गठबंधन है, इसलिए हमें 20 सीटों से ही संतोष करना होगा। यह हमारे लिए एक असमान लड़ाई है। हमारे सभी साथी लड़ाई के लिए तैयार हैं।”

  • हमारी मांगी गई सीटों की संख्या भी नहीं दी गई: झामुमो नेता

    बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो के अकेले छह सीटों पर चुनाव लड़ने पर झामुमो नेता मनोज पांडे कहते हैं, “हर पहलू पर बातचीत चल रही थी, लेकिन जब हमें सकारात्मक जवाब नहीं मिला और हमारी मांगी गई सीटों की संख्या भी नहीं दी गई, तो एक राजनीतिक दल के पास क्या विकल्प बचते हैं? इसलिए, हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे; यह फैसला हो चुका है। छह सीटों की घोषणा हो चुकी है, और आज उम्मीदवारों का भी ऐलान हो जाएगा। ज़रूरत पड़ने पर हम कुछ और सीटों पर भी उम्मीदवार उतार सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमें कम करके आंका जा रहा है, जबकि पूरे देश ने हमारे नेता और हमारी पार्टी के करिश्मे को देखा है और हमने फासीवादी ताकतों को कैसे हराया है। बिहार के सीमावर्ती इलाकों में हमारा दबदबा साफ दिखाई देता है। अगर हम एकजुट रहते, तो इंडिया अलायंस और भी प्रभावशाली प्रदर्शन करता, लेकिन हमें नज़रअंदाज़ कर दिया गया। इसलिए, इंडिया अलायंस को इसके परिणाम भुगतने होंगे।”

  • महागठबंधन पारदर्शी तरीके से सीटों का बंटवारा करने में विफल रहा: दिलीप जायसवाल

    बिहार विधानसभा चुनाव पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “…कुछ सीटें ऐसी थीं जहां लोजपा भी खुद को मजबूत मान रही थी। भाजपा भी खुद को मजबूत मान रही थी। हमने दो दिन का सर्वेक्षण किया, जिसका उद्देश्य यह आकलन करना था कि उन सीटों पर किस उम्मीदवार में सबसे अधिक संभावना है। इस बीच, महागठबंधन पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से सीटों का बंटवारा करने में विफल रहा। मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन को इलाज की जरूरत है, और सबसे अच्छे डॉक्टर दिल्ली में हैं। मतलब, उनका भी मानना ​​है कि सबसे अच्छे डॉक्टर दिल्ली में हैं।”

  • बिहार में पीएम मोदी की 10 जनसभाएं प्रस्तावित

    बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री की 10 जनसभाएं प्रस्तावित हैं। स्थानों की पहचान कर पीएमओ को भेज दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह लगभग 25 जनसभाएं करेंगे। लगभग इतनी ही रैलियां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शीर्ष नेता करेंगे…रोडमैप तैयार कर लिया गया है।”

    इन 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगा झामुमो

    झामुमो महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, “धमदाहा, चकाई, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती – हम इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हर जगह की स्थिति अलग है। कांग्रेस, राजद के खिलाफ क्यों चुनाव लड़ रही है? भाकपा, वीआईपी के खिलाफ क्यों चुनाव लड़ रही है? चुनावी रणनीति बदलती रहती है।”

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