Raipur News : यातायात पुलिस तेलीबांधा ने प्रेशर हार्न, सीट बेल्ट-काली फिल्म पर चालान काटा
Raipur News : यातायात पुलिस की बड़ी कार्यवाही 51हजार का चालान क्रमशः 12 यात्री बसों 2 करों पर
Raipur News : रायपुर यातायात पुलिस की तेलीबांधा शाखा ने एक अच्छी कार्रवाई कर। Raipur News 12 यात्री बसों से प्रेशर हर निकलवाया है तो वही 46 चार चक्का वाहनों के चालकों पर सीट बेल्ट न बांधे एवं 2 पर काली फिल्म लगाए होने की वजह से कार्रवाई कर चालान काटा है।
गौरतलब है कि राजधानी समेत समूचे प्रदेश भर के बड़े मंझोले शहरों से बड़ी लग्जरी यात्री बसें दौड़ रही है। जिन्हें यातायात पुलिस एवं आरटीओ ने पहले से ही नोटिस देकर प्रेशर हार्न हटाने कहा है। बावजूद ज्यादातर ने निर्देश पर अमल नहीं किया हैं। ऐसे ही बड़ी लग्जरी यात्री बसें रायपुर, सरायपाली, उड़ीसा, महासमुंद, दुर्ग, भिलाई, गोंदिया, भंडारा, नागपुर, अमरावती, अकोला, जलगांव, बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, मध्य प्रदेश परिक्षेत्र, बंगाल परिक्षेत्र, उत्तर प्रदेश परिक्षेत्र, बिहार परिक्षेत्रों , आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान परिक्षेत्रों में धड़ल्ले में आ -जा रही हैं। इनके कानफोड़ू हार्न की वजह से ध्वनि प्रदूषण के साथ दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं।
तेलीबांधा यातायात पुलिस ने लगातार शिकायतों बाद जोरा,सेरीखेड़ी,वीआईपी चौक पर अभियान चलाकर 12 यात्री बसों को पकड़ा। उनमें लगे प्रेशर हार्न को मौके पर मैकेनिक बुलाकर निकाला एवं जप्त किया गया। साथ ही 12 संबंधित बसों पर दो 2-2 हजार रुपए के हिसाब से 24 हजार का चालान काटा।
उधर 46 ऐसे चार चक्का वाहनों को इस दौरान पकड़ा गया। जिनके चालक, यात्री साथी सीट बेल्ट नहीं बांधे थे। इन पर भी 2-2 हजार रुपए का चालान काटा गया। कुल 23 हजार का चालान काटा।
उक्त क्रम में चार चक्का एसी दो कारों को पकड़ा गया। जिनमें काली फिल्म लगी हुई थी। जो प्रतिबंधित सामग्री में आती है। इनके चालकों पर 2-2 हजार कुल 4 हजार रुपए का चालान काटा। इस तरह यातायात पुलिस तेलीबांधा ने अच्छी कार्रवाई करते हुए कुल 51हजार का चालान काटा।
वरिष्ठ नागरिकों ने कार्रवाई की सराहना करते हुए ऐसे ही कार्रवाई समूचे प्रदेश में एक साथ हफ्ते में दो दिन करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि चालान ओर अधिक हो। काली फिल्म,प्रेशर हार्न,सीट बेल्ट न बंधे होने पर कुछ दिन तक वाहन जप्ती भी हो। जिससे कि वाहन चालकों पर खौफ कायम हो। जनहित में कार्रवाई हर हफ्ते दो-दो दिन की जाए।
(लेखक डॉ. विजय )