भीलवाड़ा नाबालिग हत्या-गैंगरेप : जांच करने पहुंची महिला सांसदों का गहलोत पर हमला, कहा – ‘राजस्थान में असंवेदनशील और मृत सरकार’

जयपुर। भीलवाड़ा में नाबालिग बच्ची के अपहरण, गैंगरेप और हत्या मामले की जांच करने पहुंची भाजपा महिला सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने अशोक गहलोत सरकार पर बड़ा हमला किया है। बीजेपी सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है। सरकार की लापरवाही थी, उन्होंने मुआवजा नहीं दिया या पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं की।
भाजपा सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि राजस्थान सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। कांस्टेबल के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो होनी चाहिए थी। ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली प्रियंका गांधी इस बारे में कुछ नहीं कहती हैं। गहलोत सरकार एक असंवेदनशील और मृत सरकार है।
वहीं, बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि “यह क्रूर है। हम इसे व्यक्त नहीं कर सकते। मैं परिवार से मिली। व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। सरकार चुप है। कोई एक शब्द भी नहीं बोल रही है। अगर पुलिस सतर्क होती तो वे शायद लड़की को बचा लिया गया होता। कांग्रेस दूसरे राज्यों के बारे में तो बोलती है लेकिन अपने राज्यों में क्या हो रहा है उसके बारे में नहीं। पूरा देश राजस्थान की ओर देख रहा है, गहलोत सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
बता दें कि भीलवाड़ा में बच्ची के साथ गैंगरेप और हत्या मामले में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी ने इसको लेकर गहलोत सरकार पर जबरदस्त निशाना साधा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की है। बीजेपी ने इस मामले की जांच के लिए 4 महिला सांसदों की एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी में सरोज पांडेय, लॉकेट चटर्जी, रेखा वर्मा और कांता कर्दम शामिल हैं।
बच्ची से गैंगरेप कर जला दिया था भट्ठी में
भीलवाड़ा में मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद उसे भट्टी में डालने की खौफनाक घटना में बड़ा खुलासा हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि इस घटना में आरोपियों की पत्नियां और बहन भी शामिल रहीं। धधकती हुई भट्टी में झोंकने के छह घंटे बाद जब भट्टी खोली तो सिर और छाती के कुछ हिस्से के अवशेष बच गए थे उन्हें आरोपियों ने अपनी पत्नियों के साथ मिलकर दो किलोमीटर दूर एक तालाब में फेंक दिया, लेकिन अंधेरा होने की वजह से कड़ा और कुछ अवशेष भट्टी में ही रह गए।
इस पूरी वारदात में शामिल दो मुख्य आरोपियों के साथ चार महिलाएं और तीन रिश्तेदारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस जांच में मामला उलझा
इस मामले की जांच के लिए पुलिस टीम लगातार मौके का दौरा कर रही है। रविवार (6 जुलाई) को मामले की छानबीन करने के लिए आईजी अजमेर रेंज लता मनोज कुमार FSL टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। इस दौरान जांच टीम ने भट्टी के पास स्थित खेत को खंगाला और साक्ष्य इकट्ठे किये।
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन भी कोटड़ी पहुंचे थे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आश्वस्त किया। नाबालिग के साथ गैंगरेप और जलाकर साक्ष्य मिटाने के मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई आई विटनेस नहीं है, यही वजह है ये केस जांच टीम के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। पुलिस टीम इस केस की जांच के लिए भवरी देवी हत्या केस की मदद ले रही है। नाबालिग को गैंगरेप के बाद आरोपियों ने भट्टी में हत्या के बाद झोंका था या जिंदा धधकती भट्टी जला दिया, ये भी पुलिस के सामने एक अबूझ पहले बनी हुई है। इसका खुलासा मृतका के शरीर के अवशेषों के एफएसएल जांच के बाद ही हो पायेगा। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन और आईजी लता मनोज कुमार ने जांच रिपोर्ट आने तक कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।