International Family Day 2024: आज है विश्व परिवार दिवस, भंसाली-राठौर संयुक्त परिवार ने राजधानी में कायम की मिसाल

International Family Day 2024:

International Family Day 2024: भंसाली, राठौर परिवार समेत प्रदेश में संयुक्त परिवार के तौर पर मिसाल है चार पीढ़िया एक साथ एक ही छत के नीचे रह रही है।

International Family Day 2024 रायपुर। दुनिया आज विश्व परिवार दिवस मना रही है। पर आधुनिकता के दौर में परिवार टूटते जा रहें हैं। जिसकी चिंता न तो टूटते परिवार के सदस्यों को है और न ही समाजशास्त्रियों, राजनीतिज्ञों को। बावजूद कुछ सिद्धांतवादी, कर्मयोगी,ऐसे संयुक्त परिवार राजधानी रायपुर में है, जो मिसाल (उदाहरण) है।

शहर के प्रतिष्ठित भंसाली संयुक्त परिवार में 70 सदस्य हैं, जो 6 मंजिला अपार्टमेंट में रहते हैं। यहां फ्लैट अलग-अलग हैं लेकिन बाकी सब साथ हैं। इस प्रतिष्ठित भंसाली संयुक्त परिवार में एक साथ 4 पीढ़ियां रहती है। 14 भाइयों के परिवार में 35 बच्चे हैं। यह परिवार पिछले चार पीढ़ियों से संयुक्त रूप से एक छत के नीचे रह रहा है। घर के मुखिया ललित भंसाली हैं। इस परिवार में चार भाइयों के 14 बेटे और उनकी 14 पत्नियां हैं। 14 भाइयों के 33 बच्चे हैं। परिवार में से चार लड़के की शादी हो चुकी है। घर में तीन छोटे बच्चे हैं।

इसी तरह प्रसिद्ध राठौर चौक में देखा जा सकता है जहां कुछ जहां चार पीढ़ियां एक साथ रह रही है। इस संयुक्त परिवार में 35 सदस्य हैं। परिवार के सदस्य करीब 100 साल पहले रायपुर आए थे। फिर यहीं के होकर रह गए। परिवार की सबसे वरिष्ठ सदस्य दादी हैं। जिनकी उम्र 90 वर्ष है। वही उनके परपोते की उम्र 10 वर्ष है।अभिषेक राठौर बताते हैं कि परिवार की प्रसिद्ध गोल बाजार में 100 वर्ष पुरानी दुकान है। परिवार में दादी के साथ 13 सास 12 बहुएं हैं। 6 पोते और 8 पोतियां हैं। साल में सभी सदस्य एक बार बस से पारिवारिक यात्रा पर निकलते हैं।

यहां यह बता देना उचित होगा कि दोनों परिवार खुशहाल है, संपन्न है। प्रतिष्ठित है। संयुक्त परिवार में उनके मध्य गजब का तालमेल है। दोनों परिवार के सदस्य मानते व कहते हैं कि संयुक्त परिवार होने से तन, मन. धन से संपन्न है। हर प्रकार की समस्या बड़ी आसानी से परिवार निपटा लेते हैं। दोनों संयुक्त परिवार मानते हैं कि इकट्ठा रहने के ढेरों फायदे हैं।

एक शोध बताता है कि संयुक्त परिवार में रहने से एक दूसरे का साथ मिलता है। सही राय, जीवन, व्यवसाय समाज के संदर्भ में मिलती है। अनुभवों का लाभ मिलता है। बड़ों का आशीर्वाद हर पल साथ रहने से आत्मविश्वास बना रहता है। परिवार का प्रत्येक सदस्य एक-दूसरे को सम्मान, प्यार देता है। पैसा-संपत्ति आस्था, पारिवारिक सुख के आगे गौण है। खुलकर अपनी बात रखते हैं, तो वही शिष्टाचार रीति-रिवाज परिवार के नियम का पालन करते हैं। संयुक्त परिवार का लाभ समाज, शहर, जान-पहचान वालों से भी मिलता है।

बाहरी व्यक्ति कभी अविश्वास नही करता। शोध बताता है कि संयुक्त परिवार होने से धन संपदा, मान-सम्मान दोनों में बढ़ोतरी होती है। कभी बाहर किसी कार्य के लिए हाथ नहीं फैलाना पड़ता। संयुक्त परिवार में रहने से कर्म के प्रति प्रतिबद्धता पैदा होती है। संयुक्त परिवार में जीवन-यापन करने से नाहक नकारात्मकता,भय, अविश्वास, डर कोसों दूर रहता है। बहरहाल भंसाली,व राठौर परिवार रायपुर शहर, प्रदेश के लिए संयुक्त परिवार के नाम से मिसाल है। इससे सीख जा सकता है कि परिवार कैसे पनपता और आगे बढ़ता है।

(लेखक डा. विजय)

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