GOOGLE से कस्टमर केयर नंबर सर्च करते समय बरतें सावधानी, आपका भी अकाउंट हो सकता है खाली

0 गूगल पर एक ही नाम के कई वेबसाइट आते हैं सामने
0 जानकारी या खरीदी करते वक्त सावधानी बरतने की है जरुरत
रायपुर। आजकल किसी का भी पता ढूंढना हो या किसी कंपनी का कस्टमर केयर का नंबर जानना हो तो कोई भी शख्स सीधे अपने मोबाइल से GOOGLE पर सर्च करता है। मगर ऐसा करने के बाद कई बार नुकसान उठाना पड़ता है। देश भर में हर रोज बड़ी संख्या में लोग GOOGLE सर्च कर कस्टमर केयर का नंबर तो पता कर लेते हैं मगर उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उन्होंने जिस साइट से नंबर लिया है वह असली कंपनी का नंबर है या नहीं। दरअसल कस्टमर केयर का नंबर ढूंढते वक्त एक साथ ही एक ही नाम के मिलते जुलते कई वेबसाइट सामने आ जाते हैं और इनमे कौन सा वेबसाइट असली कंपनी का है यह पता करना मुश्किल हो जाता है। इसके चलते लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।
खाते से गायब हो गए 99999 रूपये..!
गोकुल नगर गुढ़ियारी निवासी सुरेश कुमार सिन्हा ने पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसने दो महीने पहले आनॅलाइन वाटर फ्लो मीटर का आर्डर किया था। जो नियत समय पर नहीं पहुंचने पर गुगल से ट्रेक ऑन कोरियर सर्विस के कस्टमर केयर का नंबर को सर्च कर उसमें दिए गए नम्बर 8910483171, 7980570960 पर फोन कर पूछे जाने पर आरोपी मोबाइल धारक ने बताया कि कोरियर सर्विस और पार्सल स्टेटस को ट्रेक करने के लिए एप डाउनलोड करने की जरुरत पड़ती है। इसके लिए उसे लिंक भी भेजा गया। जिसके बाद लिंक ओपन करने और बताई गई जानकारी देने के बाद आरोपी ने उसके एसबीआई खाते से 99999 रूपये को धोखे से निकाल लिया। पुलिस ने सुरेश सिन्हा की शिकायत पर FIR दर्ज कर बताये गए मोबाइल नंबर और एप लिंक के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
ऐसे ही कई मामले राजधानी रायपुर ही नहीं बल्कि देश भर में लगभग हर रोज होते रहते हैं। साइबर ठग हालांकि हर रोज नित नए तरीके अपनाकर लोगों से ठगी करते हैं, मगर कस्टमर केयर के नाम पर ठगी के मामले कुछ ज्यादा ही हो रहे हैं। लोगों को कस्टमर केयर के नाम पर GOOGLE सर्च करने काफी महंगा पड़ जाता है।
ठगी से बचने अपनाएं ये तरीका
CYBER CRIME विशेषज्ञ कुमार सौरभ बताते हैं कि साइबर फ्रॉड GOOGLE कस्टमाइजेशन के जरिये कस्टमर केयर सर्विस नंबर पर अपना मोबाइल नंबर फीड कर लेते हैं, जिसके बाद कस्टमर केयर पर उन्हीं का नंबर आता है। इससे बचने के लिए कभी भी GOOGLE पर कस्टमर केयर सर्विस का नंबर सर्च न करें। इससे बेहतर है कि आप संबंधित प्रतिष्ठान के WEBSITE पर जाएं और उसे अच्छी तरह देख-परख कर उसके CONTECT US पर दर्ज नंबर पर संपर्क करें। ऐसा करने से आप साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बच सकते हैं।
सही WEBSITE का पता कैसे लगाएं..?
कुमार सौरभ बताते हैं कि कोई भी वेबसाइट सही है, इसका पता लगाने के लिए देखना चाहिए कि उसके एड्रेस के प्रारम्भ में https है या नहीं। अगर यह नहीं है तो उस एड्रेस पर जाना ही नहीं चाहिए। ज्यादातर विश्वसनीय कंपनियां और संस्थाएं https के माध्यम से ही अपना वेबसाइट एड्रेस तैयार करती हैं।
किसी को भी न बताएं अपना पिन नंबर
गूगल के जरिये कस्टमर केयर नंबर का पता लगाकर आप अगर फोन करते भी हैं तो अक्सर साइबर ठग “टीम वीवर” या ऐसे ही एप्प डाउन लोड कराते हैं या उसका लिंक भेजते हैं। ये ऐसे एप्प होते हैं जिन्हे अगर आपने डाउन लोड किया और लिंक करने से संबंधित नंबर भेजा तो आपके मोबाइल का नियंत्रण साइबर ठग के हाथ में चला जायेगा, और वह आपके अकाउंट से रूपये भी निकाल सकता है।
इसके साथ ही साइबर ठग आपको झांसे में लेकर आपके खाते का पिन नंबर मांगता है, जिसे आप कभी भी शेयर न करें। ऐसा करने से आप ठगी से बच सकते हैं। वैसे भी अगर आपने सही जगह संपर्क किया है तो कोई भी आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगेगा, मगर सामने वाला अगर साइबर ठग है तो वह आपको झांसे में लेकर आपसे जानकारियां हासिल करने की कोशिश करेगा, जो आपको शेयर भूल कर भी शेयर नहीं करना है। तो रहिये अलर्ट, और अपनी मेहनत की कमाई को इस तरह साइबर ठगों के हाथों में जाने से बचें।