ED Raid in Rajasthan: बेटे वैभव को ED का समन मिलने पर भड़के अशोक गहलोत, बोले- स्थिति चिंताजनक

ashok gehlot

ED Raid in Rajasthan: अशोक गहलोत ने कहा, जहां भी चुनाव होते हैं, वहां सबसे पहले ईडी-इनकम टैक्स की छापेमारी शुरू होती है। कर्नाटक में 22 बार छापेमारी हुई, वहां कांग्रेस जीती। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हवा चल रही है, वहां लगातार छापेमारी चल रही है।

ED Raid in Rajasthan: प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह ED Raid in Rajasthan डोटासरा के परिसरों पर छापेमारी करने और मुख्यमंत्री के बेटे वैभव को तलब करने के बाद अशोक गहलोत ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। गहलोत ने कहा, “ये लोग ईडी का इस्तेमाल टिड्डियों की तरह कर रहे हैं। जिस तरह टिड्डियां पाकिस्तान से यहां आती हैं, सब कुछ खा जाती हैं और फसलें बर्बाद कर देती हैं। ईडी ने भी टिड्डियों की तरह हमला किया है। यह कोई मामूली बात नहीं है। डोटासरा और वैभव गहलोत के खिलाफ कोई मामला नहीं है और बिना किसी मामले के छापेमारी की जाती है।”

‘जहां-जहां ED ने छापेमारी की, वहां-वहां कांग्रेस की सरकार बनी’
गहलोत ने कहा, ”जहां भी चुनाव होते हैं, वहां सबसे पहले ईडी-इनकम टैक्स की छापेमारी शुरू होती है। कर्नाटक में 22 बार छापेमारी हुई, वहां कांग्रेस जीती। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हवा चल रही है, वहां लगातार छापेमारी चल रही है। वहां मुख्यमंत्री को लगातार परेशान किया जा रहा है। राजस्थान में मैंने कई बार कहा है कि लोगों को सरकार रिपीट करने का मन कर रहा है, इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है। वे लोगों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं। जहां-जहां ईडी ने छापेमारी की है, वहां-वहां कांग्रेस की सरकार बनी है। राजस्थान में भी यही होगा।”

‘NDA सरकार के 9 साल के कार्यकाल में 3,010 छापे मारे गए’
गहलोत ने कहा, “ईडी ने यूपीए शासन के दौरान 2004 से 2014 के बीच 108 छापे मारे। ये छापे वास्तविक शिकायतों के आधार पर किए गए थे। उस समय 108 में से 104 के खिलाफ चालान पेश किए गए थे। एनडीए सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान 3,010 छापे मारे गए। इनमें से केवल 881 मामलों में आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया, जो केवल 39 प्रतिशत है। यूपीए सरकार में, 93 प्रतिशत चालान हुए।” गहलोत ने सवाल किया, “अगर कोई भाजपा में शामिल होता है, तो वह सभी गलत कामों से छुटकारा पा लेता है। पीएम ने अजीत पवार के बारे में क्या आरोप नहीं लगाए? वह महाराष्ट्र में सरकार में शामिल हुए। उन्हें डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री बनाया गया। जिस व्‍यक्ति के खिलाफ उस समय आरोप लगाये गये थे, उसे वित्त मंत्री बनाने के बारे में आप क्या कहेंगे?

‘ED ऊपर से दबाव के बिना नहीं आ सकती’
अपने बेटे को समन को लेकर गहलोत ने कहा, ”मैं करीब 5-10 साल से सुन रहा हूं कि उनके खिलाफ शिकायत की गई है। कल (बुधवार को) ईडी का समन आया और उन्हें 26 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया। हम इन लोगों से नहीं डरते कल हम राजस्थान को पांच और गारंटी देने जा रहे हैं।” गहलोत ने आगे कहा कि इथियोपिया में निवेश के मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ शिकायत हुई थी। एसओजी बार-बार ईडी से कार्रवाई करने का अनुरोध कर रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुख्‍यमंत्री ने कहा, “ईडी ऊपर से दबाव के बिना नहीं आ सकती। हमने कितनी बार संजीवनी मामले में ईडी से अनुरोध किया, लेकिन अब तक जांच नहीं हुई। गजेंद्र शेखावत की इथियोपिया समेत कई देशों में संपत्ति है। हमने ईडी से अनुरोध किया, लेकिन किसी ने परवाह नहीं की।”

पायलट ने भी की ED की छापेमारी पर टिप्पणी
उन्‍होंने कहा, “अगर देश की प्रीमियम एजेंसियों जैसे सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स की विश्वसनीयता नहीं रहेगी तो क्या बचेगा? इन एजेंसियों की विश्वसनीयता थी। आज उल्‍टा हो रहा है। आज जो स्थिति है वह चिंताजनक है। सवाल मेरे बेटे और पीसीसी चीफ के ठिकानों पर छापेमारी का नहीं है, सवाल इन एजेंसियों की विश्वसनीयता का है। इन एजेंसियों ने पूरे देश में आतंक मचा रखा है। छत्तीसगढ़ में ईडी के अधिकारियों ने पिछले छह-सात महीने से वहां किराए पर मकान ले रखे हैं। वे वहां बस गए हैं क्योंकि हर दिन कार्रवाई करनी पड़ती है।” पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ईडी छापेमारी पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “हम इन छापों से डरने वाले नहीं हैं। इससे राजस्थान में भाजपा की घबराहट दिख रही है।”

About The Author

© Copyrights 2024. All Rights Reserved by : Eglobalnews